केंद्र सरकार का किसानों को तोहफा, खरीफ की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में किया इजाफा
कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बीच केंद्र सरकार ने किसानों को बड़ी राहत दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवाई को हुई कैबिनेट की बैठक में खरीफ (गर्मियों में बाई जाने वाली) की फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) बढ़ाने का फैसला किया गया है। सरकार ने खरीफ की विभिन्न फसलों के MSP में 50 से 62 प्रतिशत का इजाफा किया है। बैठक के बाद कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने इस की जानकारी दी है।
ज्वार-बाजरे की फसल में किया 118 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा
कृषि मंत्री तोमर ने बताया कि धान के MSP में 72 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा किया गया है। इसके बाद 1,868 रुपये प्रति क्विंटल से धान अब 1,940 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। इसी तरह बाजरे और ज्वार का MSP 118 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है। इसके बाद इनकी कीमत क्रमश: 2,250 और 2,738 रुपये प्रति क्विंटल हो गई है। उड़द दाल के MSP में 300 और तिल में 400 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है।
धान की खरीद से 120 लाख किसानों को हुआ फायदा- तोमर
कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि पिछले सात सालों में किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए उनके पक्ष में कई बड़े निर्णय किए गए है। इससे किसानों को बड़ा फायदा होगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने 6 जून, 2021 तक कुल 813.11 लाख मीटि्रक टन धन की खरीद की है, जबकि पिछले साल 736.36 लाख मीटि्रक टन की खरीद हुई थी। खरीद के बढ़ने से देश के कुल 120 लाख किसानों को इसका लाभ मिला है।
देश में 36.87 लाख हेक्टेयर में हुई धान की बुवाई
कृषि मंत्रालय के अनुसार खरीफ सीजन में 36.87 लाख हेक्टेयर धान की बुवाई हुई है, जो 2020-21 की तुलना में 5.25 लाख हेक्टेयर ज्यादा है। पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक, असम, आंध्र प्रदेश, ओडिशा में खरीफ चावल की बुवाई शुरू हो गई है।
किसानों के विरोध के बीच हुआ MSP में इजाफा- तोमर
कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि सरकार हमेशा किसानों की हितैषी रही है। यही कारण है के कृषि कानूनों के विरोध के बाद भी MSP में इजाफा किया गया है। उन्होंने कहा कि विरोध करने वाले किसान MSP को लेकर चिंतित थे, लेकिन सरकार ने साफ कर दिया था कि MSP आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियां कृषि कानून लाना चाहती थी, लेकिन वो हिम्मत नहीं कर पाई। सरकार हमेशा किसानों से बातचीत के लिए तैयार है।
रेलवे यातायात सुरक्षित करने के लिए पांच MHz स्पेक्ट्रम आवंटित- जावडेकर
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि रेलवे को 700 मेगाहर्ट्ज (MHz) बैंड के पांच मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम मुहैया कराए जाएंगे। इससे रेलवे अपनी संचार प्रणाली में सुधार करेगा और रेल यात्रा को सुरक्षित बनाएगा। रेलवे वर्तमान में ऑप्टिकल फाइबर का उपयोग करता है। स्पेक्ट्रम की उपलब्धता से रेडियो संचार होगा। उन्होंने कहा कि रेलवे में सिग्नल आधुनिकीकरण और 5जी स्पेक्ट्रम क्रियान्वयन पर अगले 5 साल में 25,000 करोड़ खर्च किए जाएंगे।