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अमेरिका के H1-B वीजा में बदलाव के बाद जर्मनी का बड़ा कदम, कुशल भारतीयों को बुलाया
जर्मनी ने भारत के कुशल कामगारों को नौकरी के लिए बुलाया

अमेरिका के H1-B वीजा में बदलाव के बाद जर्मनी का बड़ा कदम, कुशल भारतीयों को बुलाया

लेखन गजेंद्र
Sep 24, 2025
10:50 am

क्या है खबर?

अमेरिका में H1-B वीजा के लिए 1 लाख डॉलर (करीब 86 लाख रुपये) का शुल्क निर्धारित किए जाने के बाद जर्मनी ने मौके का फायदा उठाया है। उसने विभिन्न क्षेत्रों में कुशल भारतीयों को जर्मनी आने का न्यौता दिया है और दोनों देशों की अर्थव्यवस्था में तेजी लाने की बात कही है। भारत में जर्मन राजदूत डॉ. फिलिप एकरमैन ने यह संदेश एक्स पर जारी किया है। उन्होंने एक लिंक भी साझा किया है, जिसमें कई जानकारियां दी गई हैं।

संदेश

जर्मनी के राजदूत ने भारतीयों से क्या कहा?

एकरमैन ने एक्स पर अपना वीडियो साझा करते हुए लिखा, 'सभी उच्च कुशल भारतीयों से मेरा यह आह्वान है। जर्मनी अपनी स्थिर प्रवासन नीतियों और IT, प्रबंधन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारतीयों के लिए बेहतरीन रोजगार अवसरों के कारण विशिष्ट स्थान रखता है।' वीडियो में एकरमैन ने कहा, "ये जर्मनी में भारतीयों के काम करने के विषय में बात करने का अच्छा अवसर है। जर्मनी में भारतीय सबसे अधिक कमाई करने वालों में से हैं।"

आय

जर्मन नागरिक से ज्यादा कमाता है भारतीय नागरिक- एकरमैन

एकरमैन ने आगे कहा, "जर्मनी में काम करने वाला औसत भारतीय, जर्मनी में काम करने वाले औसत जर्मन से ज़्यादा कमाता है। और यह बहुत अच्छी खबर है। उच्च वेतन का अर्थ है कि भारतीय हमारे समाज और हमारे कल्याण में बड़ा योगदान दे रहे हैं। हम कड़ी मेहनत पर विश्वास करते हैं और हम विश्वास करते हैं कि अच्छी नौकरी अच्छे लोगों को मिले।" उन्होंने कहा कि यह जर्मनी के विकास में भारतीयों के योगदान को दर्शाता है।

नीति

हमारी प्रवासन नीति जर्मन कार की तरह है- एकरमैन

एकरमैन ने जर्मनी की प्रवासन नीति की बात करते हुए कहा, "हमारी प्रवासन नीति कुछ-कुछ जर्मन कार की तरह काम करती है। यह विश्वसनीय है, आधुनिक है, और पूर्वानुमानित है। यह बिना इधर-उधर होकर, सीधी रेखा में चलेगी और आपको तेज गति पर पूरी तरह से ब्रेक लगने का डर नहीं होगा। हम अपने नियमों में रातोंरात बुनियादी बदलाव नहीं करते। उच्च कुशल भारतीयों का जर्मनी में स्वागत है। मुझे विश्वास है आप आश्चर्यजनक अवसर खोज पाएंगे।"

ट्विटर पोस्ट

जर्मन राजदूत का संदेश

आदेश

क्या है अमेरिका का H1-B वीजा को लेकर आदेश?

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 20 सितंबर को एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किया है, जिसमें H-1B वीजा आवेदनों के लिए अब 1 लाख डॉलर का भुगतान करना होगा। इससे टेक कंपनियों समेत भारतीय कर्मचारियों में खलबली मच गई। हालांकि, अब अमेरिकी प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि वार्षिक शुल्क केवल नए H-1B वीजा आवेदनों पर लागू होगा। मौजूदा धारकों या नवीनीकरण पर यह शुल्क लागू नहीं होगा। बता दें कि 71-72 प्रतिशत H-1B वीजा भारतीयों को प्राप्त हैं।