महाराष्ट्र: परमबीर सिंह के खिलाफ अवैध वसूली को लेकर दर्ज हुआ चौथा मामला
क्या है खबर?
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की मुश्किलें और बढ़ती ही जा रही है।
गोरेगांव पुलिस ने अब उनके खिलाफ अवैध वसूली को लेकर एक और मामला दर्ज कर लिया है। पिछले एक महीने में यह उनके खिलाफ अवैध वसूली का चौथा मामला है।
पुलिस ने अवैध वसूली के इस मामले सिंह के अलावा बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे, सुमित सिंह उर्फ चिंटू, अल्पेश पटेल, विनय सिंह और रियाज भाटी को भी आरोपी बनाया है।
पृष्ठभूमि
सिंह ने कमिश्नर पद से हटाए जाने के बाद गृहमंत्री देशमुख पर लगाया था आरोप
मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से हटाए जाने के बाद सिंह ने मार्च में मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर आरोप लगाया कि अनिल देशमुख ने मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटकों से भरी गाड़ी मिलने के मामले में गिरफ्तार किए गए एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य दिया था।
उन्होंने यह भी कहा था कि देशमुख पुलिसकर्मियों को घर बुलाकर मामलों की जांच को विशेष दिशा में ले जाने को कहते थे।
इस्तीफा
देशमुख को देना पड़ा था इस्तीफा
सिंह के आरोपों के बाद मामला बॉम्बे हाई कोर्ट पहुंच गया था। 5 अप्रैल को हाई कोर्ट ने CBI को मामले की प्राथमिक जांच का आदेश दिया था। इसको लेकर देशमुख ने गृहमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।
उसके बाद 24 अप्रैल को CBI ने देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज कर लिया था।
इसी तरह प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भी कार्रवाई शुरू की थी। पिछले महीने ED ने देशमुख की 4.20 करोड़ की संपत्ति कुर्क की थी।
परेशानी
देशमुख पर आरोप लगाने के बाद अवैध वसूली के मामलों में फंसे सिंह
देशमुख पर आरोप लगाने के बाद सिंह खुद भी वसूली के कई मामलों में फंसते चले गए। कार्रवाई शुरू हुई तो वह चंडीगढ़ चले गए और खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर छुट्टी ले ली। वह कई नोटिसों के बाद भी पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए।
एक सदस्यीय जांच टीम और बॉम्बे हाईकोर्ट के समन पर भी उपस्थित नहीं होने पर उन पर 25,000 रुपये का जुर्माना लगाया था। अब उन्हें 25 अगस्त को उपस्थित होने के लिए कहा है।
FIR
इन मामलों में दर्ज हो चुकी है सिंह के खिलाफ FIR
इंडिया टुडे के अनुसार, सिंह सहित पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ अवैध वसूली का पहला मामला 22 हुलाई को मरीन ड्राइव थाने में दर्ज हुआ था। उनके खिलाफ एक बिल्डर ने 15 करोड़ की मांग करने का आरोप लगाया था।
इसी तरह 23 जुलाई को कोपरी थाने में अवैध वसूली का मामला दर्ज किया गया था।
30 जुलाई को ठाणे पुलिस ने व्यापारी केतन तन्ना की शिकायत पर सिंह सहित 27 अन्य के खिलाफ फिरौती का मामला दर्ज किया था।
नया मामला
व्यापारी ने सिंह पर लगाया 11.92 लाख की अवैध वसूली का आरोप
गोरेगांव पुलिस के अनुसार, व्यापारी विमल अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि सिंह ने जनवरी 2020 से मार्च 2021 के बीच उससे दो बार और रेस्त्रां में छापेमारी नहीं करने के लिए नौ लाख रुपये की वसूली की थी।
इसी तरह उन्होंने उससे 2.92 लाख रुपये की कीमत के दो स्मार्टफोन भी लिए थे।
उन्होंने बताया कि बर्खास्त पुलिस अधिकारी सजिन वाजे को सिंह ने प्रतिदिन दो करोड़ रुपये की अवैध वसूली करने का भी लक्ष्य दिया था।
आरोप
अवैध वसूली की 25 प्रतिशत राशि को आपस में बांटते पुलिसकर्मी
व्यापारी अग्रवाल ने शिकायत में आरोप लगाया कि सिंह को प्रतिदिन दो करोड़ रुपए का कलेक्शन चाहिए था। कोरोना की वजह से वसूली में कमी आई थी, इसलिए वाजे को काम में लगाया गया था। वसूली की 75 प्रतिशत रकम एक नंबर में और 25 प्रतिशत रकम आपस में बांटने की योजना थी।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हुए नुकसान की भरपाई के लिए पालिका के कॉन्ट्रैक्टरों से भी वसूली की जा रही थी।
जानकारी
गोरेगांव पुलिस ने इन धाराओं में दर्ज किया मामला
गोरेगांव पुलिस ने बताया कि व्यापारी अग्रवाल की शिकायत के आधार पर सिंह सहित अन्य सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 384, 385 और 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसमें जल्द ही पूछताछ की जाएगी।