जम्मू-कश्मीर: दो मुठभेड़ों में चार आतंकी ढेर, 48 घंटों में मारे गए कुल 11 आतंकवादी
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की कार्रवाई जारी है। मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के पुलवामा और उत्तर कश्मीर के सोपोर में हुई दो अलग-अलग मुठभेड़ों में चार आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। इनमें से दो आतंकी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हुए थे। पिछले दो दिनों के भीतर घाटी में 5 मुठभेड़ हुई हैं, जिनमें 11 आतंकियों को मार गिराया गया है। इसी के साथ इस साल ढेर होने वाले आतंकियों की संख्या 118 पहुंच गई है।
सोपोर में रात को हुई मुठभेड़
20 और 21 जून के बीच की रात को सोपोर के तुलिबाल इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की खबर मिली थी। इस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस, सेना और अर्धसैनिक बलों की एक संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी कर ली। जैसे ही सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान शुरू किया, आतंकियों ने घेराबंदी तोड़ने के लिए गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षाबलों की तरफ से भी इसका जवाब दिया गया और दो आतंकी मार गिराए गए।
पुलवामा में अल सुबह हुई मुठभेड़
पुलवामा के तुज्जन गांव में हुई मुठभेड़ में जैश से जुड़े दो आतंकियों को मार गिराया गया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि आतंकियों ने सूचना मिलने पर पहुंची सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम पर गोलीबारी की थी। जवाबी कार्रवाई करते हुए टीम ने दो आतंकियों को मौके पर ही ढेर कर दिया। ढेर किए गए एक आतंकी की पहचान माजिद नजीर के तौर पर हुई है, जो एक पुलिसकर्मी की हत्या में शामिल था।
घाटी में इस साल बढ़ी हैं आतंकी घटनाएं
पिछले साल के मुकाबले इस साल केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में इजाफा देखने को मिल रहा है। पिछले साल 23 मई तक जम्मू-कश्मीर में में 31 आतंकी घटनाएं दर्ज हुई थीं, वहीं इस साल मई के अंत तक ऐसी 62 घटनाएं हो चुकी थीं। इसे लेकर लोगों में सुरक्षा चिंताएं बढ़ गई हैं। हालांकि, इस दौरान सुरक्षाबलों की तरफ से चलाए जा रहे आतंक रोधी अभियानों में भी इजाफा देखने को मिला है।
अमरनाथ यात्रा से पहले बढ़ी चुनौती
परिसीमन आयोग की रिपोर्ट आने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में हमलों की रफ्तार बढ़ी है। वहीं 30 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा से पहले इन घटनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों की चुनौती बढ़ा दी है। एक सरकारी अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि ये घटनाएं अमरनाथ यात्रा के लिए बड़ा खतरा बन सकती है। सुरक्षाबलों को एक साथ मिलकर आतंक विरोधी अभियान चलाने को कहा गया है।