हैदराबाद गैंगरेप केस: चार नाबालिग आरोपियों को मिली जमानत
तेलंगाना के हैदराबाद में पब से लौटते वक्त एक नाबालिग लड़की का गैंगरेप करने वाले चार आरोपियों को जमानत मिल गई है। जिन आरोपयों को जमानत मिली है, वो सभी नाबालिग हैं। इनमें एक विधायक का बेटा भी शामिल है। इन सभी को किशोर न्याय बोर्ड ने जमानत दी है। पांचवां नाबालिग आरोपी अभी जेल में रहेगा क्योंकि उसकी जमानत पर हाई कोर्ट में सुनवाई चल रही है। मामले के एकमात्र वयस्क आरोपी, सदुद्दीन मलिक, भी जेल में बंद रहेगा।
क्या है हैदराबाद गैंगरेप मामला?
हैदराबाद में बड़े घरों से आने वाले पांच लड़कों ने 28 मई को एक किशोरी का गैंगरेप किया था। पीड़िता अपने दोस्तों के साथ एक पब में पार्टी करने गई थी। आरोप है कि लौटते वक्त आरोपी लड़कों ने उसे अपनी मर्सिडीज कार से घर छोड़ने की पेशकश की, जिसे पीड़िता ने स्वीकार कर लिया। इसके बाद आरोपियों ने बीच में गाड़ी बदली और फिर जुबली हिल्स इलाके में सुनसान जगह पर ले जाकर पीड़िता का गैंगरेप किया।
आरोपियों में शक्तिशाली राजनीतिक परिवारों से आने वाले शामिल
मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। छह में से पांच आरोपियों पर गैंगरेप में शामिल होने का आरोप है, वहीं एक नाबालिग को पीड़िता के साथ बदतमीजी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह गैंगरेप में शामिल नहीं था। आरोपियों में एक विधायक का बेटा है, वहीं अन्य दो आरोपियों के भी शक्तिशाली परिवारों से संबंध हैं। हैदराबाद पुलिस पर उन्हें बचाने का आरोप भी लग चुका है।
शुरूआती FIR में लगाई गई थीं महज छेड़छाड़ की धाराएं
इस मामले में पहली FIR जुबली हिल्स पुलिस थाने में 31 मई को दर्ज हुई थी। शुरुआती शिकायत में केवल छेड़छाड़ के आरोप लगाए गए थे, लेकिन महिला सहायता केंद्र में पीड़िता का बयान दर्ज होने के बाद गैंगरेप का मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने पहले पांच आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था और उन्हीं की गिरफ्तारी के प्रयास किए गए। छठे आरोपी का नाम बाद में शिकायत में शामिल किया गया।
सरकार पर हमला बोल चुका है विपक्ष
पुलिस जांच और गिरफ्तारियों के बीच कांग्रेस और भाजपा महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर के चंद्रशेखर राव के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर हमला चुके हैं। कांग्रेस के राज्य प्रमुख और लोकसभा सांसद रेवंत रेड्डी ने कहा कि मुख्यमंत्री को रेप, नशे और पबों में होने वाली घटनाओं की समीक्षा करते हुए ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कदम उठाने चाहिए। भाजपा ने सरकार पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाया है।