जम्मू-कश्मीर: कुलगाम में आतंकियों से मुठभेड़ के बीच सेना ने बच्चों सहित 60 लोगों को बचाया
जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां थमने का नाम नहीं ले रही है। सेना और आतंकियों की आए दिन मुठभेड़ हो रही है। शनिवार को भी कश्मीर के कुलगाम क्षेत्र में भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई। इस दौरान मौके पर स्कूल सहित आबादी क्षेत्र को देखते हुए सेना ने लोगों को बचाने पर भी ध्यान दिया। सेना अब तक स्कूली बच्चों सहित कुल 60 लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है। इसके अलावा दो आतंकियों को भी मार गिराया है।
सेना ने गुप्त सूचना के आधार पर चलाया सर्च अभियान
इंडिया टुडे के अनुसार, पुलिस ने बताया कि शनिवार दोपहर कुलगाम के आशमुजी क्षेत्र में आतंकियों के छिपे होने की गुप्त सूचना मिली थी। इसके बाद सेना ने इलाके में घेराबंदी करके आतंकियों का सर्च अभियान शुरू किया था। पुलिस ने बताया कि खुद को घिरा देखकर आतंकियों ने जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसका सेना ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए हिजबुल मुजाहिदीन के एक कमांडर सहित दो आतंकवादियों को मार गिराया। मुठभेड़ अभी जारी है।
सेना ने आतंकियों के मुठभेड़ के साथ 60 लोगों को सुरक्षित निकाला
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ स्थल के बाद आबादी क्षेत्र और एक स्कूल होने से सेना की कार्रवाई में परेशानी आ रही थी। इसको देखते हुए सेना लोगों और स्कूल के बच्चों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया। इस दौरान सेना ने दर्जनों स्कूली बच्चों सहित कुल 60 लोगों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। पुलिस ने बताया कि मौके पर मुठभेड़ जारी होने के साथ बचाव अभियान भी चल रहा है।
सेना ने बचाव अभियान का जारी किया वीडियो
सेना ने मुठभेड़ स्थल पर फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने का एक वीडियो भी जारी किया है। समाचार एजेंसी ANI की ओर से ट्वीट किए गए इस वीडियो में देखा जा सकता है कि सेना के वाहन से स्कूली बच्चों ओर लोगों को उतारकर घर में भेजा रहा है। इस दौरान वाहन के पास हथियारबंद जवान भी खड़े नजर आ रहे हैं। बता दें कि सेना पर कार्रवाई के दौरान नागरिकों की अनदेखी किए जाने के आरोप लगते आए हैं।
यहां देखें लोगों को बचाए जाने का वीडियो
हथियारों का प्रशिक्षण लेने जाते समय पकड़े गए थे तीन नाबालिग
बता दें गत गुरुवार को सेना ने कुपवाड़ा सेक्टर में नियंत्रण रेखा (LoC) पार कर आतंकी संगठनों से जुड़ने और हथियार चलाने का प्रशिक्षण लेने पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) जा रहे तीन नाबालिगों को भी पकड़कर उनके परिजनों के हवाले किया था। तीनों नाबालिगों की उम्र 16 साल है और वह कक्षा 10 में पढ़ते हैं। तीनों पाकिस्तान से सक्रिय तैयब फारूकी नाम के एक आतंकवादी कमांडर के संपर्क में थे और हथियारों का प्रशिक्षण लेने जा रहे थे।