कानपुर: कार्डियोलॉजी अस्पताल में लगी आग, सुरक्षित बचाए गए सभी 146 मरीज
उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित एक अस्पताल में रविवार सुबह आग लगने के बाद लगभग 150 मरीजों को सुरक्षित दूसरे अस्पतालों में भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि अभी तक आग लगने से किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है। आग LPS इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी में लगी, जिसके बाद मरीजों को खिड़कियां तोड़कर इमारत से बाहर निकाला गया। उत्तर प्रदेश सरकार ने घटना की जांच के लिए समिति गठित की है।
अस्पताल में भर्ती थे 146 मरीज
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, आगजनी के वक्त अस्पताल में 146 मरीज भर्ती थे। पुलिस ने बताया कि सुबह लगभग 8 बजे अस्पताल में आग लगी। आग लगने के बाद अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया और मरीजों को आनन-फानन में खिड़कियां तोड़कर बाहर निकाला गया। सूचना मिलने के बाद दमकल विभाग की सात गाड़ियां और पुलिस मौके पर पहुंची और राहत और बचाव अभियान शुरू किया। अभी तक आग के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
अस्पताल के स्टोर रूम में लगी थी आग
कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। आग लगने के बाद 146 मरीजों को सुरक्षित बचाया गया है। नौ मरीज अभी भी ICU में भर्ती हैं, लेकिन वो पूरी तरह सुरक्षित हैं। फायर ब्रिगेड की तरफ से अभी तक किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है। रिपोर्ट के अनुसार, आग अस्पताल के स्टोर रूम में लगी थी। राहत की बात यह रही कि आग वहां से आगे नहीं फैली।
राज्य सरकार ने दिए जांच के आदेश
राज्य सरकार ने अस्पताल में आग लगने की इस घटना के जांच के आदेश दिए हैं। सरकार की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का संज्ञान लेते हुए सुरक्षित बचाए गए सभी मरीजों के तुरंत इलाज के आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने जिला प्रशासन से इसकी रिपोर्ट मांगी है और घटना की जांच के लिए अग्निश्मन सेवाओं के महानिदेशक, प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य और कानपुर कमिश्नर की समिति बनाई है।
आज ही घटनास्थल का दौरा करेगी उच्च स्तरीय समिति
जानकारी के अनुसार, यह उच्च स्तरीय समिति आज ही घटनास्थल का दौरा कर तथ्य जुटाएगी और जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। साथ ही सरकार की तरफ से सभी अस्पतालों में अग्निशमन सेवाओं को सुदृढ़ करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुंबई में आग लगने से हुई थी 11 मरीजों की मौत
हाल ही में मुंबई के भांडुप इलाके में एक अस्पताल में आग लगने से 11 मरीजों की मौत हुई थी। यह आग भांडुप के ड्रीम्स शॉपिंग मॉल में बने कोरोना अस्पताल में लगी थी, जिस कारण भारी नुकसान का सामना करना पड़ा। आग लगने के समय अस्पताल में 73 कोरोना संक्रमितों समेत 76 मरीजों का इलाज चल रहा था। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पीड़ित परिवारों से माफी मांगते हुए घटना के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिया है।