महाराष्ट्र: बार का लाइसेंस लेने के लिए फर्जीवाड़े के आरोप में समीर वानखेड़े के खिलाफ FIR
क्या है खबर?
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के पूर्व क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े के खिलाफ ठाणे में मामला दर्ज किया गया है।
उन पर बार का लाइसेंस लेने के लिए गलत उम्र बताने और दस्तावेजों में छेड़छाड़ का आरोप है।
ठाणे के कोपारी में दर्ज FIR में वानखेड़े को धोखाधड़ी, फर्जीवाड़े और झूठी जानकारी देने समेत अन्य आरोपों में आरोपी बनाया गया है।
बता दें कि NCB में रहते हुए वानखेड़े लगातार सुर्खियों में रहे थे।
आरोप
नवाब मलिक ने लगाए थे आरोप
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक ने आरोप लगाए थे कि वानखेड़े नवी मुंबई में स्थित एक बार के मालिक हैं और उन्होंने तय से कम उम्र में उसका लाइसेंस प्राप्त किया था।
मलिक का आरोप था कि 1997 में लाइसेंस लेने के समय वानखेड़े की उम्र 17 साल थी, जबकि कानूनी तौर पर इसके लिए 21 साल का होना अनिवार्य है।
स्थानीय अधिकारियों की जांच में ये आरोप सही पाए गए थे।
कार्रवाई
रद्द किया गया बार का लाइसेंस
जांच के बाद राजस्व विभाग में इस मामले की नियमित सुनवाई हुई। इसके पूरा होने के बाद इसी महीने बार का लाइसेंस रद्द कर दिया गया था।
बता दें कि मलिक ने सवाल उठाए थे कि भारतीय राजस्व सेवा (IRS) में होने के बाद भी वानखेड़े अपना अलग कारोबार कैसे चला रहे हैं और उन्हें लाइसेंस कैसे दिया जा सकता है?
इसके जवाब में वानखेड़े ने कहा कि सेवा में आने से पहले उन्होंने लाइसेंस लिया था।
जानकारी
वानखेड़े पर कई आरोप लगा चुके हैं मलिक
ड्रग्स मामले में शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी के बाद नवाब मलिक ने वानखेड़े पर एक के बाद एक आरोप लगाए थे। मलिक का आरोप था कि ड्रग्स वाला मामला फर्जी था और NCB के अधिकारी भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहे थे।
पिछले साल अक्टूबर में मलिक ने वानखेड़े पर मालदीव जाकर बॉलीवुड हस्तियों से वसूली करने का आरोप लगाया था।
दूसरी तरफ वानखेड़े इन सभी आरोपों का खंडन करते आए हैं।
शुरुआत
मलिक और वानखेड़े के बीच कब से है झगड़ा?
मलिक और वानखेड़े के बीच विवाद की शुरूआत पिछले साल जनवरी से हुई थी।
तब वानखेड़े के नेतृत्व वाली NCB टीम ने मलिक के दामाद समीर खान को 194.6 किलोग्राम गांजा खरीदने और बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
इस मामले में समीर आठ महीने जेल में रहे और 27 सितंबर को जमानत पर बाहर आए। जमानत के आदेश में कोर्ट ने कहा कि 194.6 किलोग्राम में से 194.265 किलोग्राम गांजा नहीं था।
जानकारी
फिलहाल कस्टम विभाग में तैनात हैं वानखेड़े
आर्यन खान मामले में लगातार विवादों में रहने वाले IRS अधिकारी समीर वानखेड़े को पिछले महीने NCB से वापस कस्टम विभाग में भेज दिया गया था।
अगस्त, 2020 में उन्हें NCB का क्षेत्रीय निदेशक बनाया गया था। यहां उनका कार्यकाल 31 अगस्त, 2021 तक था, जिसे बढ़ाकर 31 दिसंबर, 2021 तक कर दिया गया। कार्यकाल पूरा होने के बाद वो वापस कस्टम विभाग में आ गए हैं।
NCB में रहते हुए उन्होंने कई हाई प्रोफाइल मामलों की जांच की थी।