
FATF ने की पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा, कहा- वित्तीय सहायता के बिना हमला संभव नहीं
क्या है खबर?
वैश्विक आतंकवाद निगरानी संस्था वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (FATF) ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए चिंता भी जताई है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी।
FATF ने यह भी कहा कि इस तरह के हमले बिना वित्तीय सहायता और आतंकवादी संगठनों को बिना वित्त पोषण किए कभी भी संभव नहीं हो सकते हैं।
आइए जानते हैं FATF ने क्या कुछ कहा।
बयान
FATF ने क्या दिया बयान?
FATF ने अपने बयान में कहा, "आतंकवादी हमले दुनिया भर में लोगों की हत्या करते हैं, उन्हें घायल करते हैं और भय पैदा करते हैं। पहलगाम हमला और अन्य हालिया हमले धन और आतंकी समर्थकों के बीच धन स्थानांतरित करने के साधनों के बिना संभव नहीं हो सकते थे।"
FATF ने पहली बार सीधे तौर पर भारत में हुए एक हमले का जिक्र किया है, जो पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूहों के भारत में सक्रिय होने की दावों मजबूत करता है।
इशारा
FATF ने किया अहम इशारा
FATF ने आतंक वित्त पोषण के रास्तों की ओर संकेत करते हुए कहा है कि आतंकवादी संगठन हवाला, गैर सरकारी संगठनों (NGO) और क्रिप्टोकरेंसी जैसे डिजिटल माध्यमों से पैसों का लेनदेन छिपाते हैं। इससे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने बड़ी चुनौतियां खड़ी हो रही है।
FATF की अध्यक्ष एलिसा डी आंदा माद्राजो ने कहा कि आतंकवादी एक सफलता की चाहत रखते हैं, लेकिन देशों को हर हमले को रोकने की कोशिश करनी चाहिए।
पृष्ठभूमि
FATF की ग्रे सूची में रह चुका है पाकिस्तान
पाकिस्तान फरवरी 2008 में FATF की ग्रे सूची में था और जून 2010 में हटा दिया गया। दूसरी बार उसे फरवरी 2012 में इस सूची में शामिल किया गया था, जिसे फरवरी 2015 में हटा दिया गया था।
इसके बाद जून 2018 में तीसरी बार इस सूची में शामिल किया गया था, जिसे अक्टूबर 2022 में हटा दिया गया।
भारत लंबे समय से FATF से आग्रह कर रहा है कि पाकिस्तान को फिर से ग्रे सूची में शामिल किया जाए।