चंडीगढ़ में किसानों का मार्च: 2,000 पुलिसकर्मी तैनात, सीमा सील; हिरासत में लिए गए कई नेता
क्या है खबर?
पंजाब के किसान आज यानी 5 मार्च से चंडीगढ़ में अनिश्चितकालीन धरने की योजना बना रहे हैं। इसके लिए ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में सवार होकर सैकड़ों किसान सुबह से ही चंडीगढ़ की ओर कूच करने लगे हैं।
किसान अपनी कई मांगों को लेकर ये प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसानों के धरने के चलते प्रशासन ने भी सख्त तैयारियां की हुई हैं। चंडीगढ़ आने-जाने वाले हर वाहन की जांच की जा रही है। कई किसानों को हिरासत में लिया गया है।
प्रशासन
प्रशासन ने किए ये इंतजाम
चंडीगढ़ की सीमा पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। शहर में आने वाले छोटे-बड़े 18 प्रवेश बिंदू सील किए गए हैं और करीब 2,000 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। यहां से हर वाहन को जांच के बाद ही शहर में प्रवेश दिया जा रहा है।
7 क्षेत्रों के DSP और SHO को तैनाती किया गया है। प्रशासन ने किसानों को धरने की अनुमति भी नहीं दी है।
जाम
कई सड़कों पर जाम जैसी स्थिति
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए चंडीगढ़ में वाहनों की सख्त चेकिंग और प्रवेश बिंदू बंद करने की वजह से कई जगहों पर जाम जैसी स्थिति है।
पुलिस ने 12 रास्तों पर डायवर्शन किया है और लोगों से अपील की है कि वे घर से निकलने से पहले जाम और डायवर्शन की जानकारी लेकर निकलें।
पंजाब से सटी चंडीगढ़ सीमा पर कई किलोमीटर लंबा जाम देखने को मिल रहा है।
बैठक
मुख्यमंत्री मान के साथ किसानों की बैठक रही थी बेनतीजा
3 मार्च को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने किसानों के संग बैठक की थी। लगभग 2 घंटे चली इस बैठक में कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडि्डयां भी मौजूद थे।
हालांकि, यह बैठक बेनतीजा रही। किसानों और सरकार के बीच कई मांगों पर सहमति नहीं बनी, जिसके बाद कथित तौर पर मुख्यमंत्री मान गुस्सा होकर बैठक बीच में छोड़कर ही चले गए थे।
इसके बाद किसानों ने घोषणा की कि वे चंडीगढ़ में धरना देंगे।
हिरासत
कई किसान नेता हिरासत में लिए गए
प्रदर्शन को देखते हुए 3 मार्च की रात से ही पंजाब पुलिस ने कई किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया है, जबकि कुछ को नजरबंद भी किया गया है।
किसान मलविंदर पाल सिंह, रघुबीर सिंह, मोहन सिंह डड्डूमाजरा को मलोया पुलिस स्टेशन में रखा गया है।
नौजवान किसान एकता के किरपाल सिंह प्रधान को भी उनके निवास से हिरासत में लिया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने हिरासत में लिए गए किसान नेताओं से मुलाकात की।
बयान
मुख्यमंत्री ने कहा- मैं किसानों को दोस्त हूं
मुख्यमंत्री मान ने कहा, "मैंने किसानों से पूछा कि 5 मार्च के मोर्चे का क्या होगा? उन्होंने कहा कि जारी रहेगा। फिर मैंने पूछा कि मुझे ढाई घंटे क्यों बैठाए रखा, जब उनकी मांगें मेरे नहीं केंद्र सरकार से जुड़ी थीं। किसानों का कहना था कि डर के कारण मैंने बैठक बुलाई है, लेकिन मैंने साफ कहा कि अगर आपको ऐसा लगता है तो यह गलत है। मैं किसानों का मित्र हूं, लेकिन बैठक और मोर्चा साथ नहीं चल सकते।"