उत्तर प्रदेश: प्रदर्शन को दौरान मारे गए युवक के परिजनों ने कराई पुलिकर्मियों के खिलाफ FIR
उत्तर प्रदेश में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान मारे गए 20 वर्षीय सुलेमान के परिजनों ने मामले में छह पुलिसवालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। सुलेमान की मौत पुलिस की गोली लगने से हुई थी। सुलेमान के परिजनों की शिकायत को बिजनौर पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ दर्ज शिकायतों के साथ ही जोड़ दिया है। पुलिस ने मामले में निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है। पूरा मामला क्या है, आइए आपको बताते हैं।
20 दिसंबर को गोली लगने से हुई थी सुलेमान की मौत
सुलेमान की मौत 20 दिसंबर को बिजनौर में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई थी। उसकी मौत गोली लगने की वजह से हुई थी और उसके परिजनों ने पुलिस पर उसे गोली मारने का आरोप लगाया था। परिजनों के अनुसार, सुलेमान सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा था और उसका प्रदर्शनों से कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि वह नमाज के बाद घर लौट रहा था, तभी पुलिस ने उसे उठाया और गोली मार दी।
पुलिस ने कहा, आत्मरक्षा में की गई फायरिंग में मारा गया सुलेमान
शुरूआत में तो पुलिस कोई भी गोली चलाने से इनकार करती रही, लेकिन बाद में उसने आत्मरक्षा में सुलेमान को गोली मारने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने पुलिसवालों से बंदूक छीन ली थी और जब एक कॉन्स्टेबल बंदूक वापस लेने के लिए आगे बढ़ा तो भीड़ में से किसी ने गोली चला दी। इसमें वह बाल-बाल बचा था। आत्मरक्षा में की गई जवाबी फायरिंग में सुलेमान मारा गया।
उत्तर प्रदेश पुलिस प्रमुख ने भी कही आत्मरक्षा में गोली चलाने की बात
वहीं उत्तर प्रदेश पुलिस प्रमुख ओपी सिंह ने 'हिंदुस्तान टाइम्स' को बताया, "बिजनौर में कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधीक्षक (SP) के ऊपर फायरिंग की। SP के साथ मौजूद हमारे एक बहादुर कांस्टेबल ने गोली अपने ऊपर लेते हुए आत्मरक्षा में फायरिंग की।"
परिजनों से मिलने पहुंचीं थीं प्रियंका गांधी
बिजनौर में इसी दिन सुलेमान के साथ-साथ 22 वर्षीय अनस की भी मौत हुई थी। उसके परिजनों ने भी पुलिस पर उसे मारने का आरोप लगाया था। घटना की खबरें सामने आने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी 22 दिसंबर को दोनों मृतकों के परिजनों से मिलने बिजनौर पहुंची थीं। अब सुलेमान के परिजनों ने मामले में छह पुलिसवालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। सुलेमान के भाई शोएब ने ये शिकायत दर्ज कराई है।
SP बोले, मामले में होगी निष्पक्ष जांच
SP (ग्रामीण) विश्वजीत श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया, "सुलेमान के भाई शोएब ने पुलिस के पास दर्ज कराई अपनी शिकायत में कहा है कि कांस्टेबल मोहित ने गोली मारकर उसके भाई की हत्या की। मामले में निष्पक्ष जांच की जाएगी।"
उत्तर प्रदेश में प्रदर्शनों के दौरान 18 लोगों की मौत
बता दें कि विवादित नागरिकता कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए हैं। इन प्रदर्शनों के दौरान 18 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से कम से कम 14 के परिजनों ने पुलिस की गोली लगने से उनकी मौत का आरोप लगाया है। पुलिस गोली चलाने की बात से इनकार करती रही है, लेकिन इस बीच कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें पुलिस को गोली चलाते हुए देखा जा सकता है।
पुलिस ने हजार से अधिक लोगों को किया गिरफ्तार
वहीं पुलिस ने अपनी तरफ से कार्रवाई करते हुए हिंसक प्रदर्शनों के मामले में अब तक 327 FIR दर्ज की हैं। इंस्पेक्टर जनरल (कानून व्यवस्था) प्रवीन कुमार के अनुसार, इन मामलों में 1,113 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, वहीं 5,558 को हिरासत में लिया गया है। राज्य पुलिस मुख्यालय ने इन मामलों की उचित जांच के लिए अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में विशेष जांच दल (SIT) बनाने के आदेश दिए हैं।