बच्चों पर 'कोवैक्सिन' के इस्तेमाल का रास्ता लगभग साफ, विशेषज्ञ समूह ने की सिफारिश
स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेषज्ञ समूह ने भारत बायोटेक की कोविड-19 वैक्सीन 'कोवैक्सिन' को दो से 18 साल तक के बच्चों पर इस्तेमाल की मंजूरी देने की सिफारिश की है। इस सिफारिश पर अमल करते हुए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) जल्द ही इसे अंतिम मंजूरी भी दे सकते हैं। अगर ऐसा होता है तो कोवैक्सिन देश की पहली ऐसी कोविड वैक्सीन बन जाएगी जिसे दो से 12 साल तक के बच्चों पर इस्तेमाल की अनुमति होगी।
भारतय बायोटेक ने ICMR के साथ मिलकर तैयार की है कोवैक्सिन
बता दें कि भारत बायोटेक ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के साथ मिलकर कोवैक्सिन को विकसित किया है और यह पूरी तरह से स्वदेशी वैक्सीन है। इसे कोरोना वायरस को ही निष्क्रिय करके विकसित किया गया है। इसके लिए ICMR ने भारत बायोटेक को जिंदा वायरस प्रदान किया था, जिसे निष्क्रिय करके कंपनी ने वैक्सीन विकसित की। भारत के अलावा ब्राजील जैसे कुछ देशों ने भी इसकी खुराकें मांगी हैं।
गंभीर लक्षणों के खिलाफ 93.4 प्रतिशत प्रभावी पाई गई थी कोवैक्सिन
कोवैक्सिन को वयस्कों पर किए गए ट्रायल में कोविड के गंभीर लक्षणों के खिलाफ 93.4 प्रतिशत, हल्के और मध्यम लक्षणों के खिलाफ 78 प्रतिशत, डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ 65 प्रतिशत और बिना लक्षणों वाले कोविड के खिलाफ 63 प्रतिशत प्रभावी पाया गया था। भारत बायोटेक ने देशभर के 25 अस्पतालों में 18-98 साल के 25,800 वॉलेंटियर्स पर वैक्सीन का तीसरे चरण का ट्रायल किया था। ये नतीजे 3 जुलाई को जारी किए गए थे।
जून में शुरू हुआ था बच्चों पर कोवैक्सिन का ट्रायल
वयस्कों पर सुरक्षित और प्रभावी पाए जाने के बाद भारतीय बायोटेक ने इसी साल जून में कोवैक्सिन का 2 साल से 18 साल के बच्चों पर ट्रायल शुरू किया था। इस ट्रायल के नतीजों के आधार पर ही उसके मंजूरी मिलेगी।
जायडस की वैक्सीन को मिल चुकी है 12-18 साल के बच्चों पर इस्तेमाल की मंजूरी
बता दें कि कोवैक्सिन से पहले जायडस कैडिला की DNA कोविड वैक्सीन को बच्चों पर इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है। हालांकि इसे केवल 12 से 18 साल के बच्चों और किशोरों पर इस्तेमाल की मंजूरी मिली है। वहीं सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) भी अपनी 'कोवावैक्स' वैक्सीन का बच्चों पर ट्रायल कर रहा है। DCGI ने पिछले महीने उसे सात से 11 साल के बच्चों पर ट्रायल की मंजूरी दी थी।
देश में क्या है वैक्सीनेशन की स्थिति?
देशभर में अब तक कोरोना वैक्सीन की 95,89,78,049 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। 68,65,80,570 लोग ऐसे हैं जिन्हें वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लग चुकी है, वहीं 27,23,97,479 लोगों को दोनों खुराकें लग चुकी हैं। अभी वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ने लगी है और बीते दिन 65,86,092 खुराकें लगाई गईं। देश में अभी तक छह वैक्सीनों को वयस्कों पर इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है। इनमें कोवैक्सिन, कोविशील्ड, जॉनसन एंड जॉनस, मॉडर्ना, स्पूतनिक और जायडस वैक्सीन शामिल हैं।