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उत्तर प्रदेश: लखीमपुर में बड़ी बहन ने साजिश रच करवाया छोटी बहन का गैंगरेप और हत्या
उत्तर प्रदेश: लखीमपुर में बड़ी बहन ने साजिश रच करवाया छोटी बहन का गैंगरेप और हत्या

उत्तर प्रदेश: लखीमपुर में बड़ी बहन ने साजिश रच करवाया छोटी बहन का गैंगरेप और हत्या

लेखन गौतम भगत
Jun 30, 2022
06:32 pm

क्या है खबर?

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 13 साल की नाबालिग बच्ची के साथ हुए रेप के मामले में पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में पीड़िता की बड़ी बहन और उसका प्रेमी रंजीत चौहान भी शामिल है। बड़ी बहन पर पीड़िता के गैंगरेप और हत्या की साजिश रचने का आरोप है। पुलिस अधीक्षक (SP) ने मामले में खुलासा करने वाली पुलिस टीम को 20,000 रुपये इनाम देने की घोषणा की हैं।

बयान

प्रेमी समेत चार लोगों ने किया बच्ची का गैंगरेप- पुलिस

लखीमपुर खीरी के रामपुर थाना क्षेत्र में हुई बच्ची के हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस ने बताया कि लड़की की हत्या उसकी बड़ी बहन ने अपने प्रेमी और उसके दोस्तों के साथ मिलकर की थी। पुलिस ने पीड़िता के साथ पहले गैंगरेप और फिर उसकी हत्या किए जाने का दावा किया है। पुलिस के अनुसार, लड़की की बड़ी बहन ही उसे खेत में ले गई थी जहां उसके प्रेमी समेत चार अन्य ने उसका गैंगरेप किया।

बयान

बड़ी बहन ने खुन्नस में रची साजिश

SP संजीव सुमन ने बताया कि बड़ी बहन के प्रेम प्रसंग के बारे में पीड़िता को पता चल गया था और उसने इसकी जानकारी अपने माता-पिता को दे दी थी। इसके बाद से ही बड़ी बहन का घर से निकलना मुश्किल हो गया था। वहीं पीड़िता जब बहन के प्रेमी और उसके दोस्तों को अपने घर के आसपास देखती थी तो वह उन्हें गालियां देती थी। बड़ी बहन इस सबके कारण उससे खुन्नस खाए बैठी थी।

घटना

कैसे दिया गया घटना को अंजाम?

SP संजीव के अनुसार, साजिश के तहत रंजीत, अमर, अंकित औऱ संदीप अपने दोस्त दीपू और अर्जुन के साथ गन्ने के खेत में पहुंच गए। वहीं बड़ी बहन पीड़िता को लेकर शौच के बहाने गन्ने के खेत में ले आई। यहां आरोपियों ने छोटी बहन को दबोच लिया और दो लोग बाहर पहरा देते रहे। उन्होंने बताया कि रंजीत, अमर, अंकित और संदीप ने पीड़िता के साथ गैंगरेप किया। गैंगरेप के बाद गला दबा कर उसकी हत्या कर दी गई।

उत्तर प्रदेश

न्यूजबाइट्स प्लस

बीते साल राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के पास महिलाओं के खिलाफ अपराधों की करीब 31,000 शिकायतें आईं, जो 2014 के बाद से सबसे ज्यादा हैं। इनमें से आधी से ज्यादा शिकायतें अकेले उत्तर प्रदेश से मिली हैं। आंकड़े बताते हैं कि आयोग को उत्तर प्रदेश से 15,828, दिल्ली से 3,336, महाराष्ट्र से 1,504 और हरियाणा से 1,460 शिकायतें प्राप्त हुईं। घरेलू हिंसा और सम्मान के साथ जीने के अधिकार के उल्लंघन से जुड़ी सबसे ज्यादा शिकायतें उत्तर प्रदेश से मिलीं।