
महाराष्ट्र: पालघर में 16 साल की नाबालिग से गैंगरेप, आठ आरोपी गिरफ्तार
क्या है खबर?
देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले बढ़ रहे हैं। ताजा मामला महाराष्ट्र के पालघर जिले का है, जहां एक 16 वर्षीय नाबालिग के साथ गैंगरेप हुआ है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपियों ने नाबालिग को अगवा कर लिया था, जिसके बाद आरोपियों ने 12 घंटे तक उसका गैंगरेप किया।
16-17 दिसंबर के बीच आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दिया था। महाराष्ट्र पुलिस ने पीड़िता की निशानदेही पर इस मामले में आठ लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
मामला
ऐसे सामने आया मामला
इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने बताया कि किशोरी ने अपने दोस्त को एक मैसेज किया था कि उसका अपहरण कर लिया गया है।
इसके बाद लड़की के दोस्त ने यह जानकारी उसके परिजनों को दी और फिर पीड़िता के परिजन पुलिस स्टेशन पहुंचे थे।
महाराष्ट्र पुलिस के मुताबिक, पीड़िता के पिता की शनिवार को इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें बताया गया था कि उनकी नाबालिग बेटी शुक्रवार शाम से घर नहीं आई है।
आपबीती
नाबालिग लड़की ने पुलिस को बताई आपबीती
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लड़की के पिता ने पुलिस को बताया कि जब उन्होंने अपनी बेटी को कॉल किया तो उसने कोई जवाब नहीं दिया और उनकी बच्ची बस कॉल पर रो रही थी।
वहीं, इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस के एक अधिकारी ने जब लड़की को कॉल किया तो उसने शुरू में कुछ नहीं बताया और जब पुलिस अधिकारी ने बाद में उसे विश्वास में लिया, तो लड़की ने सारी आपबीती बताई।
अपहरण
आरोपियों ने पीड़िता को बनाकर रखा बंधक
पीड़िता ने अपने बयान में बताया कि 16 दिसंबर की रात लगभग 8:00 बजे वह अपने एक दोस्त के साथ समुद्र तट के पास एक खाली बंगले में गई थी। जहां पहले से दो लड़के बैठकर शराब पी रहे थे। इसके बाद तीनों ने उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया और फिर उसे बंधक बना लिया।
वहीं, आरोपियों ने इस दौरान अपने दो अन्य दोस्तों को भी बंगले पर बुलाया, जिन्होंने वहां पहुंचकर पीड़िता को अपनी हवस का शिकार बनाया।
गिरफ्तारी
आठ आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने बताया कि 17 दिसंबर की सुबह तीन अन्य व्यक्ति बंगले में आए थे और उन्होंने पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया।
पुलिस ने रविवार को इस मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपियों के खिलाफ 376 (D), 366 (A), 341, 342 और 323 सहित IPC की कई धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। साथ ही उन पर पॉक्सो अधिनियम के तहत भी अलग-अलग धाराएं लगाई गई हैं।