DGCA जांच में विमान से कलपुर्जा गायब मिला, बोइंग ने एयरलाइंस से की जांच की अपील
क्या है खबर?
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को भारतीय एयरलाइंस के बेड़े में शामिल बोइंग 737 मैक्स विमानों की सुरक्षा जांच के दौरान एक विमान से एक पुर्जा गायब मिला। ये एक 'वॉशर नट' है, जो ढीला होकर गिर गया।
DGCA की सूचना पर एक बार फिर विमान निर्माता बोइंग ने दुनियाभर की सभी एयरलाइंस को 10 जनवरी से पहले सभी बोइंग विमानों की जांच करने की सिफारिश की है।
आइए जानते हैं कि DGCA की जांच में क्या सामने आया।
बयान
DGCA ने क्या कहा?
मंगलवार को DGCA ने अपने बयान में कहा कि भारतीय एयरलाइंस में शामिल सभी 40 बोइंग 737 मैक्स विमानों की जांच पूरी कर ली गई है। इनमें अकासा एयर के 22 और स्पाइसजेट और एयर इंडिया एक्सप्रेस के 9-9 विमान शामिल हैं।
उसने कहा कि 39 विमानों में निरीक्षण के दौरान कोई गड़बड़ी नहीं मिली, केवल एक विमान में वॉशर नट गायब मिला। विमान में बोइंग की सिफारिशों के आधार पर आवश्यक सुधार किए जा रहे हैं।
जानकारी
किस काम आता है गायब वॉशर नट?
DGCA ने कहा कि ये AFT रडर क्वाड्रेंट का वॉशर नट है, जो संभवत: ढीला होकर गिर गया। AFT रडर क्वाड्रेंट विमान को हवा में बाएं या दाएं मुड़ने में मदद करता है। निरीक्षण जांच के दौरान वॉशर मिलने की पुष्टि की गई।
बोइंग
पहले भी बोइंग ने जारी की थी जांच चेतावनी
पिछले साल 29 दिसंबर को बोइंग ने 737 मैक्स विमानों के हार्डवेयर कलपुर्जों की जांच को लेकर चेतावनी जारी की थी। उसे अपनी जांच में एक विमान के कलपुर्जे गायब मिले थे।
उसने अपने बयान में कहा था, "विशेष विमान में मिली गड़बड़ी को ठीक कर लिया गया है। सावधानी बरतते हुए हम ऑपरेटरों को अपने बोइंग 737 मैक्स विमानों की जांच करने और किसी भी निष्कर्ष के बारे में सूचित करने की सिफारिश कर रहे हैं।"
अलास्का
हाल में हुई एक दुर्घटना में बाल-बाल बचे थे यात्री
हाल ही में अलास्का एयरलाइंस के नए बोइंग 737 मैक्स 9 विमान की खिड़की हवा में टूट गई थी। इसके बाद अलास्का एयरलाइंस ने अपने बेड़े में शामिल सभी मैक्स विमानों के परिचालन पर अस्थायी रोक लगा दी है।
घटना के बाद से बोइंग गंभीर दबाव में है क्योंकि इस श्रेणी के विमान पहले भी 2 बार हादसों का शिकार हो चुके हैं, जिनमें 345 लोगों की मौत हो गई थी। दिसंबर, 2020 तक इनके संचालन पर रोक थी।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
बोइंग एक अमेरिकी कंपनी है, जो हवाई जहाज, रॉकेट, उपग्रह, दूरसंचार उपकरण और मिसाइल बनाती है।
इसकी स्थापना 15 जुलाई, 1916 को विलियम बोइंग ने की थी। कई देश कंपनी के बनाए विमानों का इस्तेमाल करते हैं।
फिलहाल बोइंग दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी रक्षा सौदे करने वाली और अमेरिका की सबसे बड़े निर्यातक कंपनी है।
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, दुनियाभर में 1,300 से अधिक 737 मैक्स विमान सक्रिय उपयोग में हैं।