
दिल्ली में घटने लगा यमुना नदी का जलस्तर, खतरे के निशान के नीचे आया
क्या है खबर?
दिल्ली में पिछले कई दिनों से उफान मार रही यमुना नदी अब शांत हो रही है। सोमवार को यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के नीचे आ गया है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, उत्तरी जिले में पुराना रेलवे पुल पर यमुना 205.22 मीटर के जलस्तर पर सामान्य बाढ़ स्थिति से ऊपर है, जो शाम 7 बजे तक 205.02 मीटर जलस्तर पर आ जाएगी। दिल्ली में यमुना का खतरे का निशान 205.33 मीटर और चेतावनी का निशान 204.50 मीटर है।
खतरा
खतरा टला लेकिन सुरक्षित स्थानों पर रहेंगे लोग
यमुना का जलस्तर घटने से भले ही पानी कम हो रहा है, लेकिन यह अभी चेतावनी के स्तर से ऊपर है और निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भरा हुआ है। इसे देखते हुए आसपास के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर और राहत शिविरों में भेज दिया गया है। लोगों को तब वापस भेजा जाएगा, जब जलस्तर पूरी तरह से सामान्य हो जाएगा और इलाकों में डूबने की स्थिति खत्म होगी।
ट्विटर पोस्ट
जलस्तर कम होने के बाद इलाके में जमा गाद
#WATCH | दिल्ली: पिछले कई दिनों से लगातार बढ़ोतरी के बाद यमुना नदी के जलस्तर में कमी दर्ज की गई।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 8, 2025
वीडियो वासुदेव घाट से है। pic.twitter.com/PDMKxzCn7v
ट्विटर पोस्ट
कम हो रहा पानी
#दिल्ली में #यमुना_नदी का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आने लगा है। आज सुबह जलस्तर 205.22 मीटर दर्ज किया गया।
— आकाशवाणी समाचार (@AIRNewsHindi) September 8, 2025
▪️यमुना के आसपास के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों और राहत शिविरों में भेजा गया है।#Delhi #YamunaRiver pic.twitter.com/b4lFtDH7Fb
चुनौती
नदी का जलस्तर घटने के बाद भी चुनौती
यमुना नदी का जलस्तर घटने के बाद भी सरकार और स्थानीय लोगों की चुनौती कम नहीं होगी। कुछ जगह पानी कम होने से गंदगी और नदी की गाद दिख रही है। सबसे बुरी स्थिति यमुना बाजार क्षेत्र में होगी। जलस्तर घटने के बाद नेत्र और त्वचा संक्रमण के साथ मच्छरजनित बीमारियां डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया का प्रकोप बढ़ने की भी संभावना है। बारिश कम हुई और हरियाणा बैराज से पानी न छोड़ा गया तो स्थिति पटरी पर लौट सकती है।
जानकारी
207.48 मीटर के ऊपर पहुंची थी यमुना
यमुना नदी का जलस्तर पिछले एक हफ्ते में खतरे के निशान को पार कर 207.48 मीटर के स्तर पर पहुंच गई थी। इसके बाद इसके नीचे आने का क्रम जारी है। वर्ष 2023 में जुलाई में नदी 208.66 मीटर के स्तर पर पहुंची थी।