तुर्की के हैंडलर के संपर्क में थे दिल्ली विस्फोट के संदिग्ध, इस ऐप से की बातचीत
क्या है खबर?
दिल्ली में लाल किले के पास कार में विस्फोट करने वाले संदिग्ध आतंकवादी तुर्की में बैठे आकाओं के संपर्क में थे और उनसे जानकारी ले रहे थे। जांच अधिकारियों ने गिरफ्तार संदिग्धों और तुर्की की राजधानी अंकारा में बैठे विदेशी संचालक के बीच महत्वपूर्ण संबंध का पता लगाया है। बताया जा रहा है कि हैंडलर कोड नाम 'उकासा' का उपयोग करता था और मुख्य आरोपी उमर नबी और उसके सहयोगियों के साथ 'सेशन ऐप' के जरिए सीधे संपर्क में था।
संपर्क
उकासा का अरबी में अर्थ है मकड़ी
'सेशन ऐप' एक एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग प्लेटफॉर्म है, जो अपनी उच्च स्तर की गुमनामी के लिए जाना जाता है। संदिग्ध इसी का उपयोग कर रहे थे। जांच एजेंसियों का कहना है कि 'उकासा' का अर्थ अरबी में मकड़ी होता है, इसलिए शायद हैंडलर पहचान छिपाने के लिए कोड नाम का इस्तेमाल कर रहे थे। अंकारा में बैठकर ही दिल्ली और फरीदाबाद में संदिग्ध समूह की गतिविधियों, वित्तीय मामलों और कट्टरपंथीकरण के प्रयासों का समन्वय किया गया था।
यात्रा
मार्च 2022 में तुर्की गए थे संदिग्ध
जांच अधिकारियों का कहना है कि धमाके के संदिग्ध डॉक्टर उमर नबी और मुजम्मिल अहमद समेत फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े कई संदिग्धों ने मार्च 2022 में तुर्की की यात्रा की थी। शक है कि ये लोग अंकारा में जैश के हैंडलर से मिले थे और कट्टरपंथी बनकर आतंकी नेटवर्क में भर्ती हुए थे। तुर्की से लौटने के बाद ही इस समूह ने देशभर में अपनी गतिविधियां बढ़ाईं थीं। ये निगरानी से बचने के लिए 'सेशन ऐप' चलाते थे।