दिल्ली: फर्जी वीजा बनाने वाले गिरोह के 7 सदस्य गिरफ्तार, आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन से संबंध
दिल्ली में फर्जी वीजा बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 7 लोगों को जामिया नगर से गिरफ्तार किया गया है। गिरोह के मास्टरमाइंड के करीबी आतंकी सगंठन इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े हैं। गिरोह ने अब तक 1,000 लोगों को वीजा बनाने के नाम पर ठगा है और करीब 6 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी कर चुका है। उसके पास से करीब 110 पासपोर्ट मिले हैं। पुलिस मामले में जांच कर गिरोह के तार तलाश कर रही है।
कैसे लोगों को जाल में फंसाता था गिरोह?
दिल्ली पुलिस ने बताया कि गिरोह नौकरी से संबंधित वेबसाइटों पर खाड़ी देशों में नौकरी तलाश रहे लोगों की खोज करता था और उनसे संपर्क करता था। गिरोह दुबई में नौकरी दिलाने के नाम पर पहले 60,000 रुपये के पर्यटक वीजा के जरिए आवेदकों को विश्वास में लेता था और फिर वर्क परमिट दिलाने की बात कहकर किस्तों में पैसे लेता था। बाद में कार्यालय बंद कर भाग जाता था। गिरोह अधिकतर दक्षिण भारतीय लोगों को अपना निशाना बनाता था।
बिहार के दरभंगा से है मास्टरमाइंड
पुलिस ने बताया कि गिरोह का मास्टरमाइंड इनामुल हक बिहार के दरभंगा का रहने वाला है और मौजूदा समय में दिल्ली के जामिया नगर में रह रहा था। अधिकतर आरोपी भी दरभंगा के हैं। हक ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। उसके करीबी इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े हैं। गिरोह ने अब तक केरल के लोगों को सबसे अधिक अपना शिकार बनाया है। पुलिस को शक है कि गिरोह के तार किसी आतंकी संगठन से जुड़े होने की आशंका है।