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दिल्ली BMW हादसा: घायल पत्नी का आरोप- अपील के बाद भी 19 किलोमीटर दूर ले गए 
दिल्ली में BMW कार की टक्कर से जान गंवाने वाले वित्त मंत्रालय के उप सचिव की पत्नी ने लगाए हैं गंभीर आरोप

दिल्ली BMW हादसा: घायल पत्नी का आरोप- अपील के बाद भी 19 किलोमीटर दूर ले गए 

Sep 15, 2025
03:38 pm

क्या है खबर?

दिल्ली के धौला कुआं के पास एक BMW कार सवार दंपत्ति की टक्कर से वित्त मंत्रालय (नॉर्थ ब्लॉक) के उप सचिव नवजोत सिंह की मौत के मामले में उनकी घायल पत्नी ने संदीप कौर ने संगीन आरोप लगाए हैं। उन्होंने पुलिस को दी FIR में कहा है कि हादसे के बाद नवजोत की सांसे चल रही थी, लेकिन उनके कहने के बाद भी BMW कार सवार दंपत्ति उन्हें 19 किलोमीटर दूर स्थित अस्पताल ले गए। आइए पूरा मामला जानते हैं।

हादसा

कैसे हुआ था हादसा?

नवजोत सिंह (52) और उनकी पत्नी संगीता (50) के साथ बाइक से बंगला साहिब गुरुद्वारे से घर लौट रहे थे। उसी दौरान रिंग रोड पर धौला कुआं के पास तेज रफ्तार BMW कार लेकर आए गुरुग्राम निवासी गगनप्रीत और उनके पति परीक्षित ने बाइक को टक्कर मार दी। इसमें नवजोत और संगीता गंभीर रूप से घायल हो गए और कार सवार दंपत्ति को भी चोटे आई। हालांकि, अस्पताल पहुंचने के बाद नवजोत की मौत हो गई।

आरोप

संगीता ने क्या लगाया आरोप?

संगीता ने आरोप लगाया कि गगनप्रीत लापरवाही से BMW कार चला रही थी, जिससे उसका नियंत्रण खो गया और कार बाइक से टकरा गई। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्होंने बताया कि होश हाने के पर एक कार की पीछे की सीट पर बैठी थी और उनके पति की सांसे चल रही थी। इस दौरान उनके बार-बार नजदीकी अस्पताल ले जाने की कहने पर भी गगनप्रीत उन्हें 19 किलोमीटर दूर GTB नगर स्थित न्यूलाइफ अस्पताल ले गई।

हताशा

समय पर उपचार मिलने पर बच सकती थी जान- संगीता

संगीता ने FIR में कहा, "मैं उनसे बार-बार अनुरोध करती रही कि वे हमें पास के अस्पताल ले जाएं ताकि हमें तुरंत इलाज मिल सके, लेकिन उन्होंने मेरी एक न सुनी और जानबूझकर न्यूलाइफ अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने नवजोत को मृत घोषित कर दिया। अगर समय पर उपचार मिलता तो नवजोत की जान बच सकती थी।" उन्होंने कहा, "गगनप्रीत की लापरवाही के कारण ही कार बाइक काे टक्कर मारते हुए डिवायडर से टकराकर बस से जा भिड़ी।

अनदेखी

गगनप्रीत ने की इन अस्पतालों की अनदेखी

पुलिस ने बताया कि गगनप्रीत ने नवजोत और संगीता को दुर्घटनास्थल से लगभग 19 किलोमीटर न्यूलाइफ अस्पताल ले जाते समय AIIMS और सफदरजंग जैसे नजदीकी अस्पतालों को नजरअंदाज कर दिया था। इसके पीछे कारण यह सामने आया है कि वह अस्पताल गगनप्रीत के किसी परिचित का है और वहां जाने से वह कई तरह की परेशानियों से बच सकते थे। बता दें कि गगनप्रीत और परीक्षित घोड़ों की चमड़े की काठी, सीट, कवर और बेल्ट का व्यवसाय करते हैं।

कार्रवाई

पुलिस ने क्या की कार्रवाई?

पुलिस ने शिकायत के आधार पर धारा गगनप्रीत के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 281 (लापरवाही और तेज गति से वाहन चलाना), 125B (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कृत्य), 105 (गैर इरादतन हत्या) और 238 (अपराध के साक्ष्य को गायब करना) के तहत FIR दर्ज की है। इसी तरह गगनप्रीत को उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी मिलते ही उसे गिरफ्तार भी कर लिया है। पुलिस उससे पूछताछ करने में जुटी है।

बयान

अस्पताल पहुंचाने वाले चालक ने दिया अहम बयान

नवजोत और संगीता को 19 किलोमीटर दूर अस्पताल ले जाने वाले मोहम्मद गुलफाम ने इंडिया टुडे से कहा, "जब मैंने दुर्घटना देखी तो मैं दूसरी तरफ से आ रहा था। मैंने अपनी कार रोकी, उन्हें अंदर बिठाया और आजादपुर के न्यू लाइफ अस्पताल ले गया। लगभग 30 मिनट में हम वहां पहुंच गए। उस समय, मैंने वही किया जो मुझे सही लगा।" उन्होंने कहा, "गगनप्रीत ने ही मुझे सबसे पहले आजादपुर की ओर चलने के लिए कहा था।"