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दिल्ली में ग्रीन पटाखों की दिवाली धुआं हुई, पिछले साल के मुकाबले डेढ़ गुना ज्यादा प्रदूषण
दिवाली की सुबह दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक हुआ (फाइल तस्वीर: एक्स/@jatingupta25)

दिल्ली में ग्रीन पटाखों की दिवाली धुआं हुई, पिछले साल के मुकाबले डेढ़ गुना ज्यादा प्रदूषण

लेखन गजेंद्र
Oct 21, 2025
09:37 am

क्या है खबर?

सुप्रीम कोर्ट ने दिवाली पर दिल्ली और आसपास के लोगों को ग्रीन पटाखे जलाने की छूट दी थी, लेकिन इसका असर नहीं दिखा। दिवाली पर देर रात तक पटाखे जलाए गए, जिससे दिल्ली और आसपास के इलाकों में वायु गुणवत्ता बिगड़ गई और यह 'गंभीर' स्तर पर पहुंच गया। पिछले साल की दिवाली प्रतिबंध के साये में बनी और दिल्ली-NCR का प्रदूषण 'बेहद खराब' दर्जे में पहुंचा था। इस बार दिवाली की सुबह प्रदूषण औसत से डेढ़ गुना ज्यादा है।

प्रदूषण

कितना पहुंचा AQI?

पिछले साल दिवाली के बाद दिल्ली की समग्र वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' श्रेणी में थी और वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 359 दर्ज किया गया था। इस दिवाली की सुबह मंगलवार को 7 बजे औसत AQI 451 रहा, जो राष्ट्रीय औसत से 1.8 गुना ज्यादा है। वायु गुणवत्ता का स्तर रात में ही बिगड़ना शुरू हो गया था। नोएडा और गुरूग्राम में मंगलवार सुबह AQI 407 और 402 दर्ज किया गया था, जो 'गंभीर' श्रेणी में आते हैं।

खतरा

रेड जोन में 36 इलाके

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, दिल्ली के 38 निगरानी स्टेशनों में 36 ने प्रदूषण का स्तर 'रेड जोन' में दर्ज किया, जो 'बहुत खराब' से 'गंभीर' स्तर की मानी गई है। दिल्ली के वजीरपुर में AQI 435, द्वारका में 422, अशोक विहार में 445 और आनंद विहार में AQI 440 है, जो 'गंभीर' है। TV9 के मुताबिक, चाणक्य प्लेस में AQI 979, नारायणा गांव में 940, तिगड़ी एक्सटेंशन में 928 और नीति बाग में 768 दर्ज हुआ है।

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उल्लंघन

रात भर छूटते रहे पटाखे

हर साल सर्दियों पर प्रदूषण की मार को देखते हुए दिल्ली में 2020 से दिवाली पर पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगा था। इस साल सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-NCR में 18 से 20 अक्टूबर तक ग्रीन पटाखे फोड़ने की अनुमति दी थी, जिन्हें सुबह 6 बजे से 7 बजे तक और रात 8 बजे से 10 बजे तक फोड़ा जाना था। लेकिन इसका पालन नहीं दिखा और निर्धारित समय से पहले और बाद तक पटाखे छूटते रहे।

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दिल्ली में धुंध भरी सुबह

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इंडिया गेट का हाल

प्रदूषण

दिल्ली के आसपास के प्रदेशों में क्या रहा हाल?

CPCB के मुताबिक, दिल्ली के आसपास के प्रदेशों में शामिल उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में दिवाली की सुबह AQI 329, आगरा में 205, ग्रेटर नोएडा में 285, हापुड़ में 314, लखनऊ में 244, मेरठ में 300, मुरादाबाद में 233, सेक्टर-62 में 339, वाराणसी में 170 और प्रयागराज में 196 दर्ज किया गया। हरियाणा के फरीदाबाद में AQI 274, बल्लभगढ़ में 296, चरखी दादरी में 298, मानेसर में 301 और रोहतक में 345 दर्ज किया गया।

पाबंदियां

दिल्ली में लागू है GRAP-2 की पाबंदियां

ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) को चार चरणों में लागू किया जाता है। AQI 200 के ऊपर पहुंचने पर पहला चरण लागू होता है। दिल्ली में AQI 355 से ऊपर जाने पर GRAP के तहत दूसरे चरण की पाबंदियां लागू हैं। अब दिल्ली-NCR में केवल नैचुरल गैस, बायो गैस या LPG से चलने वाले जनरेटर चलेंगे। पार्किंग शुल्क बढ़ेगा, CNG, इलेक्ट्रिक बसों और मेट्रो सेवाओं को बढ़ाया जाएगा। सड़कों पर पानी का छिड़काव होगा।

जानकारी

AQI को जानिए

वायु गुणवत्ता को AQI के जरिए मापते हैं, जिसके बाद प्रतिबंध लागू होते हैं। 0-50 अंक के AQI को 'अच्छा', 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 200-300 को 'खराब', 301-400 को 'बहुत खराब' तथा 401-500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है।

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