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दिल्ली में अभी छाई है जहरीली धुंध, वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' स्तर पर टिकी
दिल्ली में दिवाली के 2 दिन बाद भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब

दिल्ली में अभी छाई है जहरीली धुंध, वायु गुणवत्ता 'बेहद खराब' स्तर पर टिकी

लेखन गजेंद्र
Oct 22, 2025
09:31 am

क्या है खबर?

दिल्ली में दिवाली के दो दिन बाद भी जहरीली धुंध कम नहीं हुई है। बुधवार सुबह समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 360 तक पहुंच गया, जो 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। दिवाली के एक दिन बाद ही दिल्ली और आसपास के इलाकों में AQI 'गंभीर' स्तर पर पहुंच गया था, जो पिछले साल के मुकाबले डेढ़ गुना अधिक रहा। सर्दियां बढ़ने के कारण प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। दिल्ली के कई इलाकों में AQI 400 पार कर गया है।

वायु प्रदूषण

आनंद विहार में AQI 480 दर्ज किया गया

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, बुधवार सुबह आनंद विहार में AQI 358 दर्ज किया गया था, जो 9 बजे तक 480 पर पहुंच गया। सुबह 8 बजे तक बवाना में AQI 423, जहांगीरपुरी में 407 और वजीरपुर में AQI 408 दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' श्रेणी में आते हैं। चांदनी चौक में 350, एयरपोर्ट में 302, ITO में 342, लोधी रोड में 322, नरेला में 358, पटपड़गंज में 342 और पंजाबी बाग में AQI 376 दर्ज किया गया।

मुकदमा

दिल्ली में 100 से अधिक मामले दर्ज

दिल्ली पुलिस ने दिवाली के दौरान निर्धारित समय के बाद पटाखे फोड़ने के संबंध में हाई कोर्ट के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए 100 से अधिक और अवैध बिक्री के 50 से अधिक मामले दर्ज किए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पटाखे फोड़ने के लिए 19-20 अक्टूबर को सुबह 6 बजे से 7 बजे और रात 8 बजे से 10 बजे तक अनुमति दी थी। द्वारका जिले में सबसे अधिक 24 और रोहिणी जिले में 24 मामले दर्ज हुए हैं।

ट्विटर पोस्ट

इंडिया गेट के पास प्रदूषण

ट्विटर पोस्ट

AIIMS के पास प्रदूषण

जानकारी

दिल्ली में लागू है GRAP-2 के तहत पाबंदियां

दिल्ली में अभी GRAP के तहत दूसरे चरण की पाबंदियां लागू हैं। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में 0-50 अंक को 'अच्छा', 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 200-300 को 'खराब', 301-400 को 'बहुत खराब' तथा 401-500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है।

बारिश

कृत्रिम बारिश की तैयारी कर रही दिल्ली सरकार

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का कहना है कि सरकार राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण को कम करने में मदद के लिए कृत्रिम बारिश की योजना पर बना रही है और उस पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि भारतीय मौसम विभाग (IMD) द्वारा उपयुक्त बादल और नमी की स्थिति की पुष्टि होने के बाद यह पहल लागू होगी। इसके अलावा शहर में वर्ष 2027 तक 10,000 इलेक्ट्रिक बसें चलाने का लक्ष्य है।