जलपाईगुड़ी रेल हादसा: मृतकों की संख्या 7 पहुंची, रेल मंत्री करेंगे घटनास्थल का दौरा
क्या है खबर?
गुरुवार को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी के पास हुए रेल हादसे में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या सात पहुंच गई है और 45 लोग घायल हुए हैं। सूत्रों ने बताया कि घायलों में से 10 की हालत गंभीर बनी हुई है।
रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और आज वो घटनास्थल का दौरा करेंगे।
प्रधानमंत्री ने भी वैष्णव से हादसे की जानकारी ली है और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है।
पृष्ठभूमि
कब हुआ हादसा?
गुरुवार शाम करीब 5 बजे जलपाईगुड़ी के डोमोहानी के पास गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए।
हादसे का शिकार हुई ट्रेन संख्या 15633 मंगलवार रात को राजस्थान के बीकानेर से गुवाहाटी के लिए रवाना हुई थी।
गुरुवार सुबह यह पटना से चलकर दोपहर 2 बजे किशनगंज पहुंची। यहां से गुवाहाटी जाते समय रास्ते में जलपाईगुड़ी के डोमोहानी में यह ट्रेन हादसे का शिकार हो गई थी।
मुआवजा
मृतकों के लिए पांच लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान
भारतीय रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल हुए लोगों को 25,000 रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है।
रेलवे ने विशेष ट्रेन का इंतजाम कर बाकी यात्रियों को उनके गंतव्य स्थल तक पहुंचाया है। वहीं हादसे के कारण नौ ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया।
हादसे की वजहों का पता लगाने के लिए रेलवे ने उच्च स्तरीय समिति बनाई है।
रेल हादसा
बीते दो सालों में पहला बड़ा हादसा
गुवाहाटी-बीकानेर एक्सप्रेस में 1,200 यात्री सवार थे। इनमें से 177 बीकानेर और 98 पटना जंक्शन से ट्रेन में सवार हुए थे। शुरुआती जानकारी के आधार पर पटरी में आई दरारों को हादसे की वजह माना जा रहा है, लेकिन इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
यह बीते दो सालों में सबसे बड़ा रेल हादसा है। इससे पहले फरवरी, 2019 में बिहार में सीमांचल एक्सप्रेस के डिब्बे पटरी से उतरे थे, जिसमें छह लोगों की मौत हुई थी।
बयान
घायल लोगों ने क्या बताया?
हादसे में घायल हुए संजॉय नाम के एक यात्री ने पत्रकारों को बताया, "करीब 5 बजे का समय था। मैं फोन पर अपनी पत्नी से बात कर रहा था। अचानक से धमाके की आवाज सुनाई दी और जोर से झटका लगा। मैं अपनी बर्थ से गिर गया और मेरे सामने अंधेरा छा गया। बाद में जब मुझे होश आया तो मैंने देखा कि मुझे एंबुलेंस में ले जाया जा रहा है।"
हादसा
सहयात्रियों की तलाश करते दिखे लोग
एक और घायल यात्री ने बताया कि वो अपनी मां के साथ चाय पी रहे थे। तभी अचानक से जोर की आवाज आई और झटका लगा। इससे बर्थ में रखा सामान बिखर गया।
उन्होंने बताया, "स्थानीय लोगों ने मुझे बाहर निकाला, लेकिन अभी तक मेरी मां का पता नहीं लग पाया है। मुझे नहीं पता कि उनके साथ क्या हुआ है।"
इसी तरह कई अन्य यात्री भी अपने साथ यात्रा कर लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।