झारखंड: घायल नक्सली की जान बचाने के लिए CRPF के दो जवानों ने किया रक्तदान
झारखंड में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के दो जवानों ने एक नक्सलवादी की जान बचाने के लिए रक्तदान किया है। इसकी जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि एक नक्सली को एनकाउंटर के बाद घायल अवस्था में पकड़ा गया था। उसकी जान बचाने के लिए मानवता के आधार पर जवानों ने रक्तदान किया है। अक्सर सुरक्षाबलों को निशाना बनाने वाले नक्सलियों के प्रति दिखाई गई मानवता के लिए इन जवानों की सराहना हो रही है।
सिंहभूम जिले में हुआ था नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच एनकाउंटर
दरअसल, CRPF की 60वीं बटालियन और राज्य पुलिस ने सिंहभूम जिले के मनमारू-तेबो इलाके में गुरुवार को नक्सलियों के खिलाफ एक अभियान चलाया था। दोनों पक्षों के बीच एनकाउंटर में तीन नक्सली मारे गए, जबकि दो पुलिस की पकड़ में आ गए थे। राहत की बात यह रही कि एनकाउंटर में किसी जवान को कोई चोट नहीं आई। एनकाउंटर के बाद घायल अवस्था में पकड़े गए नक्सलियों को इलाज के लिए टाटानगर अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
घायल नक्सली का बह गया था ज्यादा खून
यहां इलाज कर रहे डॉक्टर ने सुरक्षाबलों को बताया कि एक नक्सली का काफी खून बह गया है और उसकी जान बचाने के लिए उसे तुरंत खून की जरूरत है। इसके बाद कॉन्स्टेबल ओम प्रकाश यादव और संदीप कुमार आगे आए और उन्होंने रक्तदान किया।
दूसरे इंसान की जान बचाने सर्वोत्तम काम- यादव
इस बारे में पूछे जाने पर यादव ने कहा, "मुझे पता है वो हम पर बंदूक तानते हैं। हम उन्हें मारने के लिए अभियान भी चलाते हैं, लेकिन इंसानियत इन सब से ऊपर है। मैंने सिर्फ इंसान होने का फर्ज निभाया है।" 2006 में CRPF में शामिल होने वाले यादव कि यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने ऐसे रक्तदान किया है। उन्होंने कहा कि वो समझते हैं किसी दूसरे इंसान की जान बचाने से बेहतर कोई काम नहीं है।
जान बचाना भी हमारी ड्यूटी- कुमार
उनके साथी और रक्तदान करने वाले संदीप कुमार अर्धसैनिक बल में बढ़ई का काम करते हैं। उनके भी इस बारे में विचार यादव से मिलते हैं। संदीप ने कहा, "हम लड़ाई में दुश्मनों को मारने के लिए उतरते हैं। यह देश के लिए हमारी ड्यूटी का हिस्सा है, लेकिन किसी की जान बचाना भी हमारी ड्यूटी है।" राजस्थान के झूंझनू के रहने वाले संदीप कुमार 10 साल पहले यानी 2010 में CRPF में भर्ती हुए थे।
CRPF ने कहा- जवानों पर गर्व है
जवानों के इस सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए CRPF के प्रवक्ता DIG एम दिनाकरण ने कहा, 'जवानों ने वही किया जिसके उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है। हमें रक्तदान कर नक्सली की जान बचाने वाले उन जवानों पर गर्व है।'