पांच राज्यों में चुनाव: कोविड मरीज भी कर सकेंगे मतदान, चुनाव आयोग ने की तैयारी
पांच राज्यों के लिए विधानसभा चुनावों का ऐलान ऐसे समय पर किया गया है, जब पूरा देश कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर का सामना कर रहा है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच इन राज्यों में चुनाव कराना चुनाव आयोग के लिए एक बड़ी चुनौती है। चुनाव के दौरान कोरोना संकमित मरीज मतदान कैसे करेंगे, इस पर चुनाव आयोग की क्या तैयारी है, आइए जानते हैं।
कोविड के मरीज इस तरह करेंगे मतदान
कोरोना संक्रमित मरीज चाहे घर पर हो या अस्पताल में, वह पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान कर सकेंगे। इसके लिए कोविड संक्रमित मरीजों को अपनी जांच रिपोर्ट दिखानी पड़ेगी। इसके लिए चुनाव आयोग ने तैयारी कर ली है। चुनाव आयोग के मुताबिक, कोरोना संक्रमित के घर एक टीम जाएगी, जो सबूत के तौर पर वीडियोग्राफी भी करेगी। यह प्रक्रिया वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग लोगों के लिए भी होगी।
कोरोना संक्रमण के समय चुनाव क्यों?
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने दावा किया कि आयोग कोरोना प्रोटोकॉल के साथ चुनाव कराने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा,''कोरोना वायरस महामारी की स्थिति को देखते हुए चुनावी राज्यों के मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशकों, स्वास्थ्य सचिवों, वरिष्ठ अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ बातचीत कर तारीखों का ऐलान किया जा रहा है।" उन्होंने आगे कहा, ''हमारा पहला और सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य कोविड-सुरक्षित चुनाव कराना है।''
चुनावी राज्यों में कोरोना की क्या स्थिति?
उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्धनगर, गाज़ियाबाद, लखनऊ और मेरठ जैसे जिलों में 100 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज है। यहां कुल एक्टिव केस की संख्या 12,000 के पार हो गई है। उत्तराखंड में संक्रमण की दर 2.74 फीसदी से बढ़कर 3.74 फीसदी हो गई है। राज्य में कुल एक्टिव केस की संख्या 2,000 के पार है। पंजाब में भी कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। यहां पर कुल एक्टिव केसों की संख्या 9,000 से ज्यादा है।
गोवा और मणिपुर में भी पैर पसार रहा कोरोना
गोवा में भी कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है क्योंकि यह एक पर्यटक स्थल भी है। यहां कोरोना संक्रमण की दर ढाई गुना बढ़ गई है। फिलहाल यहां पर एक्टिव केसेज की संख्या 5,000 से ज्यादा है। मणिपुर में भी विधानसभा चुनाव की तैयारी चल रही है, लेकिन यहां पर कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ी है। यहां की रिकवरी रेट 98.15 फीसदी और कुल एक्टिव केस की संख्या 346 है।