विवादास्पद ट्रेनी IAS पूजा खेडकर के समर्थन में उतरे पिता, बचाव में दिया ऐसा तर्क
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के पुणे में पद के दुरुपयोग को लेकर विवादों से घिरी ट्रेनी IAS पूजा खेडकर को लेकर नित नए खुलास हो रहे हैं और उनकी परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।
इन सबके बीच अब उनके पिता दिलीप खेडकर अपनी बेटी के बचाव में उतर आए हैं।
उन्होंने पूजा पर अब तक लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया है और दावा किया है कि बिना किसी गलती के ही उसे परेशान किया जा रहा है।
बयान
बैठने के लिए जगह मांगना कोई गलती नहीं- दिलीप
दिलीप ने इस मामले पर इंडिया टुडे के सामने अपनी बेटी का पक्ष रखा है।
उन्होंने कहा, "मेरी बेटी ने कुछ गलत नहीं किया है। क्या एक महिला बैठने के लिए जगह नहीं मांग सकती है, क्या यह गलत है? मामला विचाराधीन है और इसे देखने के लिए एक समिति नियुक्त की गई है। आइए हम सभी अंतिम फैसले का इंतजार करें। मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि कोई जानबूझकर इसे मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा है।"
योजना
"हम समिति के सामने रखेंगे हमारा मामला"
दिलीप ने पूजा के क्रीमीलेयर या नॉन-क्रीमीलेयर श्रेणी के तहत आवेदन करने के सवाल पर कहा, "हम अपना मामला समिति के सामने रखेंगे। कानूनी कार्यवाही चल रही है और इस समय इस मामले पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।"
पूजा के विकलांगता की जांच के लिए बार-बार मेडिकल के लिए न जाने सवाल पर उन्होंने कहा, "यह केवल आधा सच है। UPSC के नियम सख्त है। 20-25 लोगों मेडिकल बोर्ड में फर्जी दस्तावेज जमा करना असंभव है।"
पृष्ठभूमि
IAS पूजा खेडकर विवादों में क्यों हैं?
पूजा पुणे में सहायक कलेक्टर के पद पर तैनाती मिलते ही खास मांगों को लेकर विवादों में घिर गईं।
आरोप है कि पूजा ने तैनाती लेने से पहले ही कार, आवास, कर्मचारी और अलग कमरे के लिए बार-बार दबाव बनाया, जबकि प्रोबेशन पर यह सुविधाएं नहीं मिलती।
जिलाधिकारी ने इसकी शिकायत मुख्य सचिव से की, जिसके बाद उनका तबादला वाशिम हो गया।
उनके विकलांगता और OBC प्रमाणपत्र को लेकर भी जांच शुरू है। उन्होंने खुद को नॉन-क्रीमी लेयर बताया था।