विस्तारा फ्लाइट में जिस बच्चे को AIIMS के डॉक्टरों ने बचाया, उसकी नागपुर में मौत
बेंगलुरू से दिल्ली आ रही विस्तारा फ्लाइट में जिस 2 साल के बच्चे की सांस वापस लाई गई थी, उसकी नागपुर के अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। नागपुर में KIMS-किंग्सवे अस्पताल ने विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले 3 दिनों के अथक संघर्ष के बाद 31 अगस्त को सुबह 3:15 बजे 15 महीने के बच्चे की मृत्यु हो गई। उड़ान के दौरान उसकी स्थिति संभालने के बाद उसे KIMS-किंग्सवे अस्पताल भेजा गया था।
सियानोसिस जैसी जन्मजात बीमारी से पीड़ित था बच्चा
जानकारी के मुताबिक, बच्चा सियानोसिस जैसी जन्मजात बीमारी से पीड़ित था। फ्लाइट में उसकी सांस वापस आने के बाद जब उसको नागपुर के अस्पताल भेजा गया तो उसकी स्थिति गंभीर थी। अस्पताल ने बताया कि बच्चा गुर्दे की विफलता और अन्य कई जटिलताओं से जूझ रहा तथा। बच्चे का बेंगलुरू में हृदय संबंधी ऑपरेशन भी हुआ था। अस्पताल ने बताया कि उचित देखभाल और डॉक्टरों की कड़ी निगरानी के बाद भी बच्चे को बचाया नहीं जा सका।
क्या है मामला?
बेंगलुरु-दिल्ली विस्तारा फ्लाइट में रविवार को 2 वर्षीय बच्चे की अचानक सांस रुक गई, जिसके बाद विमान में सवार दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के 5 चिकित्सकों ने बच्चे की जान बचाई। बच्चे के हाथ-पैर ठंडे थे और वह सांस नहीं ले रहा था। बच्चे को तुरंत CPR दिया गया और सीमित संसाधनों के साथ इलाज शुरू किया। 45 मिनट बाद बच्चा होश में आया तो फ्लाइट को नागपुर ले जाकर वहां अस्पताल में भर्ती कराया गया।