मुख्यमंत्री शिंदे ने बदलापुर विरोध को बताया राजनीति से प्रेरित, विपक्ष का महाराष्ट्र बंद का आह्वान
महाराष्ट्र के ठाणे स्थित बदलापुर के स्कूल में नर्सरी की दो छात्राओं के साथ हुए यौन शोषण के मामले में विरोध तेज हो गया है। महाविकास अघाड़ी (MVA) ने 24 अगस्त को महाराष्ट्र बंद का आह्वान किया है। इधर, राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस पूरे विरोध के राजनीति से प्रेरित होने का दावा किया है। उन्होंने यह भी कहा है कि इस घटना को लेकर राज्य सरकार को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है।
क्या है बदलापुर में यौन शोषण का मामला?
रिपोर्ट के अनुसार, 13 अगस्त को आदर्श विद्यालय में नर्सरी कक्षा की 3 और 4 वर्षीय छात्राओं के साथ स्कूल के सफाईकर्मी ने यौन शोषण किया था। घटना के बाद दोनों बालिकाओं ने डर के चलते स्कूल जाने से इनकार कर दिया। परिजनों के जोर देकर पूछने पर बालिकाओं ने पूरी घटना बता दी। इसके बाद परिजन जब थाने पहुंचे तो पुलिस ने FIR दर्ज करने में उनको 12 घंटे इंतजार करा दिया, जिससे ग्रामीण भड़क गए।
मुख्यमंत्री ने क्या किया है दावा?
मुख्यमंत्री शिंदे ने इस पूरे मामले पर कहा, "विरोध राजनीति से प्रेरित था क्योंकि इसमें शामिल प्रदर्शनकारी स्थानीय नहीं थे। स्थानीय निवासियों को तो अंगुलियों पर गिना जा सकता है।" उन्होंने कहा, "राज्य मंत्री गिरीश महाजन इस पूरे मामले में प्रदर्शनकारियों की सभी मांगों को मानने के लिए तैयार हो गए हैं, लेकिन उसके बाद भी वो पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। इसका साफ मतलब है कि वो सिर्फ सरकार को बदनाम करना चाहते थे।"
MVA का 'महाराष्ट्र बंद' का आह्वान
इधर, MVA ने महाराष्ट्र में महिलाओं पर बढ़ रहे अत्यचार और रेप की घटनाओं के साथ सरकार पर असंवेदनशीलता का आरोप लगाते हुए 24 अगस्त को 'महाराष्ट्र बंद' का आह्वान किया है। यौन उत्पीड़न की घटना को लेकर विपक्ष पूरी तरह से सरकार पर हमलावर है। शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) की नेता सुप्रिया सुले ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस्तीफा मांगा है।
कार्रवाई की होती तो आंदोलन की जरूरत नहीं पड़ती- सुले
सुले ने कहा कि स्कूल में घटना के तत्काल बाद यदि शिक्षा मंत्री ने कार्रवाई की होती तो आंदोलन की जरूरत नहीं पड़ती। यह दर्शाता है कि यह सरकार महिलाओं की सुरक्षा के बारे में बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। सरकार आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय का इस्तेमाल कर घरों, पार्टियों को तोड़ने में व्यस्त है। बारामती से सांसद सुले ने उपमुख्यमंत्री फडणवीस की आलोचना करते हुए पूछा कि पहले लाया गया शक्ति कानून कैसे कमजोर पड़ गया।
ग्रामीणों ने स्कूल में तोड़फोड़ की और रेलवे स्टेशन का घेराव किया
ग्रामीणों ने पुलिस कार्रवाई से नाराज होकर मंगलवार को स्कूल पर हमला बोलकर तोड़फोड़ कर दी। उसके बाद भीड़ ने रेलवे स्टेशन घेर लिया और पटरियों पर बैठ गए। भीड़ के कारण सेंट्रल रेलवे की सेवाएं बाधित रहीं। पुलिस ने भीड़ को हटाने का प्रयास किया तो उन्होंने पथराव कर दिया, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। बाद में पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। मामले में आरोपी सफाईकर्मी गिरफ्तार है। इलाके में तनाव बना हुआ है।
पुलिस ने 300 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज किया मामला
ठाणे पुलिस ने विरोध-प्रदर्शन में भाग लेने वाले करीब 300 लोगों के खिलाफ 4 FIR दर्ज की है और 40 से लोगों को गिरफ्तार भी किया है। आरोपियों की पहचान की जा रही है और सभी को कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस ने बताया कि मामले में गिरफ्तार आरोपी सफाईकर्मी अक्षय शिंदे से भी पूछताछ की जा रही है और आवश्यक सबूत जुटाए जा रहे हैं। आरोपी को एक निजी कंपनी के जरिए अनुबंध पर नियुक्ति दी गई थी।