
एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ानें रद्द होने पर यात्रियों का हंगामा, विमानन मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
क्या है खबर?
भारतीय एयरलाइंस कंपनी एयर इंडिया एक्सप्रेस की 80 से ज्यादा उड़ानें अचानक रद्द कर दी गई हैं। इसके पीछे विमानन कंपनी के कर्मचारियों का एक साथ बीमारी के चलते छुट्टियों पर जाना बताया जा रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, एयरलाइंस के 300 से ज्यादा कर्मचारी मंगलवार देर रात बीमारी के चलते छुट्टी पर चले गए हैं और कई कर्मचारियों के मोबाइल भी बंद आ रहे हैं, जिसके चलते यात्रियों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
यात्री
एयरपोर्ट पर यात्रियों का हंगामा
उड़ानें रद्द होने के बाद दिल्ली, तिरुवनंतपुरम और कोच्चि समेत कई एयरपोर्ट पर यात्रियों ने हंगामा किया, जिसके कई वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आए हैं।
दिल्ली एयरपोर्ट के एक वीडियो में यात्रियों को चालक दल पर चिल्लाते हुए देखा जा सकता है, जिनकी गोवा, गुवाहाटी और श्रीनगर जाने वाली फ्लाइट अचानक रद्द कर दी गई। यात्रियों ने आरोप लगाए कि एयरपोर्ट पर उनके ठहरने का पर्याप्त इंतजाम नहीं किया गया।
रिपोर्ट
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
विवाद बढ़ता देख नागरिक उड्डयन मंत्रालय भी सक्रिय हो गया है। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने मामले पर एयर इंडिया से रिपोर्ट मांगी है।
खबर के मुताबिक, मंत्रालय ने उड़ानें रद्द करने के संबंध में एयर इंडिया एक्सप्रेस से रिपोर्ट मांगी है और उनसे मुद्दों को तुरंत हल करने को कहा है। साथ ही उन्हें नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) मानदंडों के अनुसार यात्रियों को सुविधाएं सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है।
गुलाब नबी आजाद
गुलाब नबी आजाद भी फंसे, एयरलाइन पर निकाला गुस्सा
उड़ान रद्द होने से जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद भी दिल्ली एयरपोर्ट पर 3-4 घंटे फंसे रहे।
उन्होंने कहा, "जब मैं नागरिक उड्डयन मंत्री था तो एयर इंडिया के पायलटों ने 40 दिन की हड़ताल का आह्वान किया। तब हम निजी एयरलाइंस लाए, लेकिन एयर इंडिया ने कोई सबक नहीं सीखा। अगर उड़ानें रद्द हो गईं तो हमें सुबह ही सूचित करना चाहिए था। यात्रियों को मूर्ख क्यों बनाया जाए? इतने लोगों को परेशान किया जा रहा है।"
वजह
क्यों छुट्टी पर गए कर्मचारी?
कर्मचारियों ने एयरलाइन पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया है। इस संबंध में कर्मचारियों ने 26 अप्रैल को टाटा संस के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन को पत्र भी लिखा था।
इसमें कर्मचारियों ने लिखा के वित्त मंत्री के आश्वासन के बावजूद कई लोगों को नौकरी से निकाल दिया गया। कर्मचारियों का कहना है कि उनको मिलने वाले जरूरी भत्ते भी बंद कर दिए गए हैं, जिनसे उनकी सैलरी काफी कम हो गई है।
बयान
मामले पर एयर इंडिया का क्या कहना है?
एयर इंडिया एक्सप्रेस के प्रवक्ता ने कहा, "हम घटनाओं के पीछे के कारणों को समझने के लिए चालक दल से बातचीत कर रहे हैं। यात्रियों को होने वाली किसी भी असुविधा को कम करने के लिए हमारी टीमें सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। हम इस परेशानी के लिए अपने मेहमानों से ईमानदारी से माफी मांगते हैं। उड़ान रद्द किए जाने से प्रभावित यात्रियों को पूरा रिफंड या किसी अन्य तारीख के लिए दूसरी फ्लाइट की पेशकश की जाएगी।"