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केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया, सोनम वांगचुक पत्नी से साझा कर सकते हैं नोट्स 
सोनम वांगचुक को अपने नोट्स साझा करने की अनुमति मिली

केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को बताया, सोनम वांगचुक पत्नी से साझा कर सकते हैं नोट्स 

लेखन गजेंद्र
Oct 15, 2025
03:10 pm

क्या है खबर?

केंद्र सरकार ने जेल में बंद जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को उनकी पत्नी गीतांजलि अंगमो के साथ नजरबंदी को चुनौती देने के लिए तैयार नोट्स साझा करने की अनुमति दे दी है। यह जानकारी केंद्र की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति अरविंद कुमार और न्यायमूर्ति एनवी अंजारिया की पीठ को दी। केंद्र ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि उसे वांगचुक द्वारा नोट्स साझा करने पर कोई आपत्ति नहीं है।

सुनवाई

याचिकाकर्ता ने क्या दिया तर्क?

पीठ के समक्ष कपिल सिब्बल ने कहा कि वांगचुक ने नजरबंदी पर कुछ नोट्स बनाए हैं जिन्हें वह अपनी पत्नी के वकील को देना चाहते थे, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं है। उनके नोट्स में वकील की सहायता मिलनी चाहिए। तुषार मेहता ने जवाब दिया कि उन्हें पत्नी के साथ नोट्स साझा किए जाने से कोई समस्या नहीं है, लेकिन पत्नी को हिरासत के आधार बताने में देरी को हिरासत को चुनौती देने का आधार नहीं बनाया जाना चाहिए।

सुनवाई

29 अक्टूबर को होगी सुनवाई

वरिष्ठ अधिवक्ता सिब्बल ने कोर्ट में अंगमो की याचिका में कुछ अतिरिक्त आधार और राहत शामिल करने के लिए संशोधन करने की इच्छा व्यक्त की है, जिस पर कोर्ट सहमत हो गया है। कोर्ट ने अंगमो द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत वांगचुक की हिरासत को चुनौती देने वाली याचिका को 29 अक्टूबर तक स्थगित कर दिया है। इस दौरान अंगमो अपनी याचिका में कुछ बदलाव कर सकती हैं।

हिरासत

राजस्थान जेल में बंद हैं वांगचुक

लद्दाख के लेह में 24 सितंबर को पूर्ण राज्य की मांग को लेकर हुए हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बाद पुलिस ने वांगचुक को 26 सितंबर को NSA के तहत गिरफ्तार किया था। उनके ऊपर प्रदर्शनकारियों को भड़काने का आरोप था। प्रदर्शन के दौरान पुलिस की गोलीबारी में 4 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 50 से अधिक घायल थे। वांगचुक अभी राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद है। उन्होंने प्रदर्शन में गोलीबारी की स्वतंत्र न्यायिक जांच की मांग की है।