कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम पर CBI का छापा, कई जगहों पर की जा रही छानबीन
केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के बेटे और कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम से जुड़ी कई जगहों पर छापा मारा है। उनके ऑफिस ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और शिवगंगा में कार्ति से जुड़ी लगभग सात जगहों पर छानबीन की जा रही है। इनमें उनके घर और दफ्तर भी शामिल हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में छापे वाली जगहों में चिदंबरम से जुड़ी कुछ जगहें होने का दावा भी किया गया है।
विदेशी कंपनी से गैरकानूनी सुविधाएं लेने के मामले में मारा गया कार्ति पर छापा
NDTV के सूत्रों के अनुसार, कार्ति पर ये छापा 2010 से 2014 के बीच कथित तौर पर ली गई रिश्वत से संबंधित एक मामले में मारा गया है। सूत्रों के मुताबिक, कार्ति पर आरोप है कि उन्होंने एक विदेशी कंपनी को पंजाब में बिजली परियोजना के लिए प्रोजेक्ट वीजा दिलाने में मदद की और इसके बदले में गैरकानूनी सुविधाएं (एक तरह की रिश्वत) हासिल की। शुरूआती जांच के बाद CBI ने मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज किया था।
कार्ति बोले- छापों की गिनती भूल चुका हूं
कार्ति चिदंबरम ने ट्वीट कर मामले पर प्रतिक्रिया दी है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'मैं गिनती भूल चुका हूं, ऐसा (छापा) कितनी बार हो चुका है? ये एक रिकॉर्ड होना चाहिए।'
कार्ति पर INX मीडिया समेत अन्य कई मामलों में भी चल रहा केस
बता दें कि कार्ति पर अन्य कई मामलों में भी केस चल रहा है, जिनमें INX मीडिया से संबंधित मामला भी शामिल है। इसमें कार्ति पर पीटर और इंद्राणी मुखर्जी की कंपनी INX मीडिया प्राइवेट लिमिटेड से रिश्वत लेने का आरोप है। आरोपों के अनुसार, 305 करोड़ रुपये का विदेशी फंड लेने की अनुमति दिलाने के लिए उन्होंने 2007 में कंपनी से ये रिश्वत ली थी। मामले में वह 2018 में एक महीने जेल में रह चुके हैं।
INX मीडिया केस में चिदंबरम भी जा चुके हैं जेल
INX मीडिया केस के समय पी चिदंबरम वित्त मंत्री थे और उन पर नियमों के विपरीत कंपनी को सरकारी अनुमति दिलाने में अहम भूमिका निभाने का आरोप है। मामले में उन्हें अगस्त, 2019 में गिरफ्तार भी किया जा चुका है और वह तीन महीने से अधिक समय तक दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद रहे थे। मामले में उन पर CBI और प्रवर्तन निदेशालय (ED) में दो अलग-अलग केस चल रहे हैं।
क्या है INX मीडिया केस?
मामला 2007-08 का है। तब FIPB की रोक के बावजूद पीटर और इंद्राणी मुखर्जी की कंपनी INX मीडिया प्राइवेट मीडिया लिमिटेड ने विदेशों से 305 करोड़ रुपये का फंड लिया था। FIPB ने कंपनी को केवल 4.62 करोड़ रुपये प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) लेने की अनुमति दी थी। उसके आदेश के उल्लंघन के लिए मई 2008 में FIPB ने INX मीडिया से सफाई मांगी। इसके बाद चिदंबरम पर वित्त मंत्री के तौर पर अधिकारियों को प्रभावित करने का आरोप है।