INX मीडिया केस: तीन घंटे चली चिदंबरम से CBI की पूछताछ, कोर्ट में किया गया पेश
क्या है खबर?
INX मीडिया केस में कल रात गिरफ्तार किए गए कांग्रेस नेता पी चिदंबरम से आज केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) ने तीन घंटे पूछताछ की।
इसके बाद उन्हें कोर्ट के सामने पेश किया गया और सुनवाई शुरू हो चुकी है।
पूछताछ के लिए उनकी 14 दिन की हिरासत की मांग की जाएगी।
बता दें कि कल रात चिदंबरम को दक्षिण दिल्ली स्थित उनके घर से गिरफ्तार करके CBI की टीम अपने मुख्यालय लाई थी और वह पूरी रात वहीं रहे।
पूछताछ
पूरी रात चिदंबरम से नहीं हुई कोई पूछताछ
CBI मुख्यालय में चिदंबरम से पूरी रात कोई पूछताछ नहीं की गई। लेकिन आज दिन में उनसे तीन घंटे पूछताछ की गई और इसके बाद कोर्ट के सामने पेश किया गया।
CBI कोर्ट से कह सकती है कि चिदंबरम ने जांच में सहयोग नहीं किया है।
वह चिदंबरम के खिलाफ फॉरेन इंवेस्टमेंट प्रमोशन बोर्ड (FIPB) की उन फाइलों को भी पेश कर सकती हैं, जिन्हें वित्त मंत्री के तौर पर चिदंबरम ने मंजूरी दी थी।
सरकारी गवाह
इंद्राणी मुखर्जी के बयान को किया जा सकता है चिदंबरम के खिलाफ पेश
इसके अलावा मामले में सरकारी गवाह बन चुकी इंद्राणी मुखर्जी के बयान को भी चिदंबरम के खिलाफ पेश किया जा सकता है।
अपनी बेटी शीना बोरा की हत्या के आरोप में जेल में बंद इंद्राणी ने अपने बयान में चिदंबरम और उनके बेटे कार्ति चिदंबरम से मुलाकात की जानकारी दी है।
वह INX मीडिया की मालकिन रही हैं। इस बीच चिदंबरम की पत्नी नलिनी और उनके बेटे कार्ति कोर्ट में पहुंच चुके हैं।
INX मीडिया केस
क्या है INX मीडिया केस?
INX मीडिया केस में चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम पर पीटर और इंद्राणी मुखर्जी की कंपनी INX मीडिया प्राइवेट लिमिटेड से रिश्वत लेने का आरोप है।
आरोपों के अनुसार, 305 करोड़ रुपये का विदेशी फंड लेने की अनुमति दिलाने के लिए उन्होंने 2007 में कंपनी से ये रिश्वत ली थी।
तब चिदंबरम UPA सरकार में वित्त मंत्री थे और उन पर आरोप है कि कंपनी को नियमों के विपरीत सरकारी अनुमति दिलाने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी।
चिदंबरम बयान
चिदंबरम की दलील, मुझ पर किसी अपराध का आरोप नहीं
गिरफ्तारी से पहले कल शाम कांग्रेस मुख्यालय में की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में चिदंबरम ने कहा था कि उन पर मामले में कोई भी अपराध करने का आरोप नहीं है और अभी तक इसमें कोई चार्जशीट तक दाखिल नहीं की है।
उनकी गिरफ्तारी पर दिए बयान में कांग्रेस ने इसे मोदी सरकार की राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से प्रेरित बताया था।
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस के तमाम बड़े नेताओं ने भी चिदंबरम का समर्थन कर चुके हैं।