आंध्र प्रदेश में शुरू हुई जातिगत जनगणना, बिहार के बाद ऐसा करने वाला दूसरा राज्य
आंध्र प्रदेश में आज (19 जनवरी) से व्यापक जातिगत जनगणना शुरू हो गई। सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री सी श्रीनिवास वेणुगोपाल कृष्ण ने बताया कि जनगणना का पहला चरण 19 जनवरी से 28 जनवरी तक 10 दिनों के लिए चलाया जाएगा। सरकार ने जनगणना को 15 फरवरी तक पूरी करने का लक्ष्य रखा है। बता दें कि बिहार के बाद आंध्र प्रदेश जातिगत जनगणना कराने वाला दूसरा राज्य बन गया है।
सरकार ने क्या कहा?
श्रीनिवास ने समाचार एजेंसी PTI को बताया, "व्यापक जातिगत जनगणना का पहला चरण 10 दिनों के लिए निर्धारित है। अगर जरूरत पड़ी तो इसे 4 या 5 दिनों तक बढ़ाया जाएगा। इस दौरान स्वयंसेवक जाति विवरण एकत्रित करने के लिए हर घर का दौरा करेंगे, जिसे ग्राम सचिवालय तक पहुंचाया जाएगा। सचिवालय के अधिकारी अंतिम रिकॉर्ड बनाने से पहले जानकारी की पुष्टि करेंगे और अगर जरूरी हुआ तो इसमें सुधार भी करेंगे।"
कैसे होगी जनगणना?
सरकार ने जनगणना की जानकारी इकट्ठा करने के लिए एक विशेष मोबाइल ऐप बनवाई है। इसी से डाटा इकट्ठा किया जाएगा। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में 3.56 करोड़ आबादी वाले लगभग 1.23 करोड़ परिवारों और शहरी क्षेत्रों में 1.3 करोड़ आबादी वाले 44.44 लाख परिवारों का सर्वे किया जाएगा। जनगणना में शामिल हर कर्मी को 50 घर से जानकारी इकट्ठी करनी होगी। इसके लिए कर्मियों को पहले ही प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
सरकार के इस कदम के क्या हैं सियासी मायने?
दरअसल, इस साल लोकसभा चुनाव के साथ ही आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की नजरें दोबारा मुख्यमंत्री पद पर हैं, जिसके लिए वे अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) में पैठ बनाने में जुटे हैं। राज्य में OBC को विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (TDP) का परंपरागत वोटर माना जाता है। राज्य के 5 उपमुख्यमंत्रियों में से एक बी मुत्याला नायडू भी OBC समुदाय से हैं।
क्या होती है जातिगत जनगणना?
जातिगत जनगणना का अर्थ जनगणना में जनसंख्या का जातिवार सारणीकरण करने से है, ताकि ये पता चल सके कि किस जाति की कितनी आबादी है। 1952 के बाद से जनगणना में केवल SC और ST का डाटा सार्वजनिक किया जाता है। सभी जातियों की संख्या आखिरी बार 1931 में जारी की गई थी। इसी आधार पर वर्तमान में आरक्षण दिया जाता है। 2011 की जनगणना में जाति के आंकड़े भी जुटाए गए थे, लेकिन इन्हें कभी सार्वजनिक नहीं किया गया।
न्यूजबाइट्स प्लस
21 दिसंबर, 1972 को जन्मे जगन आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी के बेटे हैं। 2009 में उन्होंने कड़प्पा सीट से पहली बार सांसद का चुनाव जीता था, लेकिन इसी साल एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में उनके पिता का निधन हो गया। इसके बाद मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान के चलते उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी और 2011 में वाईएसआर कांग्रेस का गठन किया। जगन देश के सबसे अमीर मुख्यमंत्री हैं।