बेंगलुरु महालक्ष्मी हत्या मामले के आरोपी ने लाश के 59 टुकड़े करने की वजह क्या बताई?
बेंगलुरु के चर्चित महालक्ष्मी हत्या मामले के मुख्य आरोपी ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली है। ओडिशा के भद्रक जिले के रहने वाले मुक्तिरंजन प्रतार रे का शव पेड़ पर लटका मिला है। पुलिस का कहना है कि वो हत्याकांड के बाद से ही मुक्तिरंजन की तलाश कर रही थी। पुलिस का दावा है कि उन्हें मुक्तिरंजन के पास से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें उसने अपराध कबूल किया है।
एक दिन पहले ही घर आया था मुक्तिरंजन
ओडिशा के फंडी गांव का रहने वाला मुक्तिरंजन आत्महत्या करने से एक दिन पहले यानी 24 सितंबर को ही घर आया था। कुछ देर रुकने के बाद वो स्कूटी से चला गया। किसी को पता नहीं था वो कहां गया और अगले दिन पेड़ पर लटका हुआ उसका शव मिला। शव के पास में ही स्कूटी भी थी। पुलिस ने मुक्तिरंजन की आत्महत्या को लेकर दुशिरी थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है।
मुक्तिरंजन ने सुसाइड नोट में क्या लिखा?
मुक्तिरंजन ने लिखा, "मैंने 3 सितंबर को महालक्ष्मी की हत्या कर दी थी। उस दिन मैं महालक्ष्मी के घर गया था। हमारी किसी बात पर बहस हुई। तब महालक्ष्मी ने मुझपर हमला कर दिया। यह बात मुझे पसंद नहीं आई और गुस्से में मैंने उसे मार डाला। फिर मैंने उसकी लाश के 59 टुकड़े किए और उन्हें फ्रिज में डालकर वहां से भाग गया। मुझे बाद में पछतावा हुआ, क्योंकि गुस्से में मैंने जो कुछ भी किया वो गलत था।"
महालक्ष्मी के पति ने पुलिस को क्या बताया?
महालक्ष्मी की शादी हेमंत नाम के शख्स से हुई थी। हालांकि, दोनों की बनती नहीं थी, इस वजह से वे अलग-अलग रहते थे। बेंगलुरु पुलिस को शक था कि हत्या के पीछे हेमंत का हाथ हो सकता है, क्योंकि महालक्ष्मी ने इसी साल फरवरी में हेमंत के खिलाफ मारपीट की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने जब हेमंत से पूछताछ की तो उसने बताया कि महालक्ष्मी का अशरफ नाम के हेयर ड्रेसर के साथ अफेयर चल रहा था।
मुक्तिरंजन तक कैसे पहुंची पुलिस?
महालक्ष्मी के भाई उक्कम ने पुलिस को 3 संदिग्धों के नाम बताए थे। इसमें महालक्ष्मी के मैनेजर, ऑफिस का एक साथी और एक दोस्त शामिल थे। पुलिस ने इन्हें हिरासत में लिया, लेकिन पूछताछ में कुछ सामने नहीं आया। पति हेमंत के बयान के आधार पर अशरफ से भी लंबी पूछताछ हुई। इस बीच पुलिस मुक्तिरंजन के भाई तक पहुंची, जिसने कहा कि मुक्तिरंजन ने महालक्ष्मी की हत्या की बात उसे बताई थी।
फ्रीज से बरामद हुए थे शव के 59 टुकड़े
20 सितंबर को बेंगलुरु के व्यालिकावल इलाके में बसप्पा गार्डन के पास बने एक मकान से महालक्ष्मी की लाश मिली थी। 3 सितंबर को महालक्ष्मी की हत्या की गई थी और उसके शव के 59 टुकड़े कर फ्रिज में रखे गए थे। मकान में से बदबू आने के बाद मकान मालिक ने महालक्ष्मी की मां और बहन को जानकारी दी थी। जब ये लोग घर में घुसे तो सामान बिखरा पड़ा था और फ्रीज में टुकड़ों में लाश थी।