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नोएडा में BDS की छात्रा ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लगाया मानसिक उत्पीड़न का आरोप
नोएडा में BDS की छात्रा ने फंदे से झूलकर की आत्महत्या

नोएडा में BDS की छात्रा ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लगाया मानसिक उत्पीड़न का आरोप

Jul 19, 2025
03:12 pm

क्या है खबर?

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा विश्वविद्यालय में बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (BDS) द्वितीय वर्ष की छात्रा ने महिला छात्रावास में फांसी के फंदे से झूलकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें छात्रा ने 2 प्रोफेसर पर अपमानित करने और मानसिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

खुलासा

कैसे हुआ आत्महत्या का खुलासा?

ग्रेटर नोएडा के अतिकिक्त पुलिस उपायुक्त (ADCP) सुधीर कुमार ने बताया कि मृतक छात्रा गुरुग्राम निवासी ज्योति शर्मा है। वह शनिवार सुबह देर तक अपने कमरे से बाहर नहीं आई थी। उसके दोस्तों के दरवाजा खटखटाया पर भी उसने नहीं खोला। इस पर उन्होंने पुलिस को सूचना कर दी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा तो वह फंदे से लटकी मिली। इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

कारण

छात्रा ने क्यों की आत्महत्या?

ADCP सुधीर ने बताया कि जांच में वहां से एक सुसाइड नोट मिला था। उसमें लिखा था, 'मेरी मौत के लिए कॉलेज के 2 प्रोफेसर जिम्मेदार है। मैं चाहती हूं कि वे सलाखों के पीछे जाएं। उन्होंने मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। उन्होंने मुझे अपमानित किया। मैं लंबे समय से इस तनाव में हूं। मैं चाहती हूं कि वे भी ऐसा ही महसूस करें।' ADCP ने बताया सुसाइड नोट के आधार पर दोनों प्रोफेसर को गिरफ्तार कर लिया है।

प्रदर्शन

छात्रों ने कॉलेज में किया प्रदर्शन 

घटना के प्रकाश में आने के बाद छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जाली हस्ताक्षर के आरोपों के कारण ज्योति तनाव में थी। प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच मामूली झड़प भी हुई। ADCP सुधीर ने बताया कि छात्रा के परिजनों की शिकायत के आधार पर विश्वविद्यालय प्रबंधन और दोनों प्रोफेसरों के खिलाफ आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरित करने का मामला दर्ज किया गया है।

बयान

विश्वविद्यालय प्रशासन ने जारी किया बयान

इस मामले में विश्वविद्यालय के जनसंपर्क निदेशक डॉ अजित कुमार ने कहा, "हम लोग मृतका के परिवार के साथ इस घटना पर संवेदना व्यक्त करते हैं। घटना के कारणों का पता लगाने और आगे की संस्थागत कार्रवाई की सिफारिश करने के लिए एक उच्चस्तरीय जांच समिति गठित की गई है।" उन्होंने कहा, "विश्वविद्यालय अपनी प्रक्रियाओं को संचालित करने वाले वैधानिक अधिकारियों के साथ पूरा सहयोग कर रहा है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी और छात्रा को जरूर न्याय मिलेगा।"

जानकारी

यहां से लें सहायता

अगर आप या आपके जानने वाले किसी भी प्रकार के तनाव से गुजर रहे हैं तो आप समाजिक न्याय एवं आधिकारिता मंत्रालय के हेल्पलाइन नंबर 1800-599-0019 या आसरा NGO के हेल्पलाइन नंबर 91-22-27546669 पर संपर्क कर सकते हैं। यहां से आपको अपेक्षित मदद मिल सकेगी।