बटाला हादसा: धमाके में मारे गए पटाखा फैक्ट्री चलाने वाले परिवार के 10 सदस्य
क्या है खबर?
पंजाब के गुरदासपुर जिले में स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में धमाका होने से 23 लोगों की मौत हो गई और कई लोग अभी भी मलबे में फंसे हैं।
मृतकों में पटाखा फैक्ट्री चलाने वाले एक परिवार के 10 सदस्य भी शामिल हैं। परिवार के मुखिया और पूरा संभालने वाले गुलु बाबा भी इस धमाके में मारे गए हैं।
फैक्ट्री में हुआ धमाका इतना जोरदार था कि लगभग 500 मीटर दूर स्थित एक मॉल के कांच चटक गए।
घटना
परिवार के 14 में 10 लोग मारे गए
परिवार के 20 वर्षीय युवा राहुल मट्टू ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "धमाके के वक्त हमारे परिवार के 14 लोग फैक्ट्री परिसर में मौजूद थे। उनमें से 10 मारे गए हैं। हमारे परिवार के मुखिया गुलु बाबा की भी मौत हो गई है। मेरे पिता और ताउजी भी मारे गए हैं।"
अस्पताल में अपनी घायल मां और बहन की देखरेख कर रहे राहुल धमाका होने से पहले फैक्ट्री से बाल कटवाने के लिए नाई की दुकान में चले गए थे।
जानकारी
मृतकों में 12 वर्षीय बच्चा भी शामिल
राहुल ने बताया कि इस धमाके में उसके छह चचेरे भाई, दो भतीजे और एक नजदीकी रिश्तेदार की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि मरने वालों में सबसे छोटा बच्चा राजू था, जिसकी उम्र 12 साल थी।
धमाका
पहले भी हो चुका है फैक्ट्री में धमाका
राहुल ने कहा कि दशहरा और दीवाली को देखते हुए फैक्ट्री में भारी मात्रा में कच्चा माल रखा हुआ था।
उन्होंने कहा कि उनके पास भारी मात्रा में ऑर्डर थे और इन्हें पूरा करने के लिए मजदूरों को लगाया गया था।
इस फैक्ट्री में धमाका होने की यह पहली घटना नहीं है। राहुल ने बताया कि इससे पहले जनवरी, 2017 में फैक्ट्री में धमाका हुआ था, जिसमें एक मजदूर की जान चली गई थी।
हादसा
फैक्ट्री परिसर में रहता था परिवार
राहुल ने कहा कि पिछली बार किसी मजदूर ने क्रैकर शैल में अधिक दवाब से गनपाउडर डाल दिया था।
उन्होंने अंदेशा जताया कि इस बार भी कुछ ऐसा हुआ होगा, जिससे इतना बड़ा धमाका हुआ है।
राहुल ने कहा कि पिछली बार फैक्ट्री में बहुत कम कच्चा माल था, लेकिन इस बार यहां काफी माल था।
राहुल का पूरा परिवार फैक्ट्री परिसर में बने घरों में रहता था और यह फैक्ट्री उनके परिवार का मुख्य व्यवसाय थी।
लापरवाही
अवैध रूप से चल रही थी फैक्ट्री
बटाला-जालंधर रोड पर हंसली इलाके में स्थित इस फैक्ट्री में हुए धमाके की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। आसपास की कई इमारतें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।
फैक्ट्री के नजदीक स्थित एक मोटर की वर्कशॉप के अलावा आसपास खड़ी 10 से ज्यादा कारें मलबे में दबी हुई हैं।
फैक्ट्री नियमों के खिलाफ रिहायशी इलाके में मौजूद थी और आसपास के लोग कई बार इसकी शिकायत प्रशासन से कर चुके थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
संवेदना
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति ने जताया हादसे पर दुख
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फैक्ट्री में हुए धमाके में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के हवाले से ट्वीट किया, ''पंजाब की पटाखा फैक्टरी में हुई दुर्घटना हृदय विदारक है। इससे बहुत दुखी हूं। मृतकों के परिजन के प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं।"
उनके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने दुख जताया है।