कर्नाटक: बांग्लादेशी बताकर पश्चिम बंगाल की दंपति को बेंगलुरू जेल में डाला, 301 दिन बाद रिहा
पश्चिम बंगाल के पूर्वी बर्धमान की रहने वाली एक दंपति को बांग्लादेशी बताकर कर्नाटक की बेंगलुरू पुलिस ने जेल में डाल दिया। दंपति 301 दिन बाद जेल से रिहा हुई है। पलाश और शुल्क अधिकारी अपने 2 साल के बेटे के साथ मजदूरी करने जून, 2022 में बेंगलुरू आए थे और 27 जून को पुलिस ने उनको बांग्लादेशी होने के शक में गिरफ्तार कर लिया था। दपंति के खिलाफ फॉरेन एक्ट के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
पैसे न होने के कारण जमानत भी नहीं ले पाए
दंपति मराठाहल्ली में कचरा अलग करने वाली इकाई में काम करती थी। उनके साथ उनके माता-पिता भी थे। बेंगलुरू से पुलिस जब दंपति के दावों की जांच के लिए बर्धवान में पलाश के घर पहुंची तो उनके रिश्तेदारों को गिरफ्तारी के बारे में पता चला और उन्होंने जमानत के लिए अर्जी दी। दंपति को 28 अप्रैल को जमानत मिल गई थी, लेकिन उनके पास बेल बॉन्ड भरने के पैसे नहीं थे, इसलिए उन्हें 24 मई तक जेल में रहना पड़ा।