बाबा रामदेव बोले- बिना कपड़ों के भी अच्छी लगती हैं महिलाएं; अब मांगी माफी
योग गुरू बाबा रामदेव ने महिलाओं पर अपने आपत्तिजनक बयान पर माफी मांग ली है। महिलाओं के बिना कपड़ों के भी अच्छे लगने के अपने बयान पर स्पष्टीकरण जारी करते हुए उन्होंने कहा कि उनके बयान को गलत संदर्भ में पेश किया गया और उनका महिलाओं का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था। उन्होंने कहा कि वह खुद महिला सशक्तिकरण की दिशा में कार्य करते हैं और 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसी योजनाओं से जुड़े हुए हैं।
बाबा रामदेव ने विवादित बयान में क्या कहा था?
शुक्रवार को महाराष्ट्र के ठाणे में महिलाओं के एक योग कार्यक्रम में बाबा रामदेव ने कहा था, "खुशनसीब हैं आप। बहुत अच्छी लग रही हैं। सामने वालियों को साड़ी पहनने का मौका मिल गया, पीछे वालियों को मिला ही नहीं। अपने झोलों में साड़ियां पैक करके लाई थीं.... अब घर जाकर पहन लेना... आप साड़ी पहनकर भी अच्छी लगती हैं, आप सलवार-सूट में भी अच्छी लगती है और मेरी तरह से कोई न भी पहने तो भी अच्छी लगती है।"
स्पष्टीकरण में रामदेव बोले- मैंने महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम किया है
बयान पर विवाद के बाद अब महाराष्ट्र महिला आयोग की प्रमुख रुपाली चाकणकर को भेजे गए अपने स्पष्टीकरण में रामदेव ने कहा, "मैंने हमेशा विश्व स्तर पर महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम किया है ताकि महिलाओं को समानता का दर्जा प्राप्त करने में मदद मिल सके।" उन्होंने कहा कि उन्होंने भारत सरकार की 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसी विभिन्न नीतियों और योजनाओं को बढ़ावा दिया है और इसके लिए कई संगठनों के साथ मिलकर काम किया है।
महिलाओं का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था- रामदेव
रामदेव ने कहा कि उनका महिलाओं का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था और ठाणे में हुआ कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण से संबंधित था। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम की कुछ सेकंड की क्लिपिंग को सोशल मीडिया पर प्रसारित किया जा रहा है, उसमें उनके शब्दों का गलत अर्थ बताया जा रहा है। पतंजलि के संस्थापक रामदेव ने कहा कि अगर फिर भी उनके बयान से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो वह माफी मांगते हैं।
कई राजनीतिक पार्टियों और नेताओं ने की थी रामदेव की आलोचना
बता दें कि इस बयान को लेकर कई पार्टियों और नेताओं ने रामदेव पर निशाना साधा था। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था। महाराष्ट्र और दिल्ली के महिला आयोगों ने भी उनसे माफी मांगने को कहा था। रामदेव ने जिस समय ये बयान दिया था, उस समय महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पत्नी अमृत फडणवीस भी उनके बगल में बैठी हुई थी, जिसके कारण उनकी भी आलोचना की गई है।