
अयोध्या मस्जिद बनने का रास्ता साफ, नए साल में रखी जाएगी नींव
क्या है खबर?
2019 के अपने ऐतिहासिक फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मंदिर का विवाद सुलझाते हुए रामजन्म भूमि पर मंदिर बनाने और सुन्नी वक्फ बोर्ड को पांच एकड़ जमीन नई मस्जिद के लिए दी थी।
राम मंदिर का काम जोरों पर है और यह दिसंबर 2023 तक तैयार होगा, लेकिन मस्जिद को लेकर तमाम प्रक्रिया चल रही थी, जो लगभग पूरी हो गई है।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, मस्जिद की नींव इस साल के अंत तक रखी जाएगी।
कवायद
प्रदेश सरकार के पास पहुंची मंजूरी की फाइल
रिपोर्ट के अनुसार, अयोध्या विकास प्राधिकरण ने मस्जिद की भूमि उपयोग परिवर्तन को मंजूरी दी है और अंतिम मुहर के लिए प्रदेश सरकार के पास भेजा है। पहले यह कृषि योग्य भूमि थी।
इंडो-इस्लामिक कल्चर फाउंडेशन की ओर से बताया गया कि सिर्फ फायर की NOC बाकी है।
भूमि पर पहले चरण में मस्जिद और दूसरे चरण में 200 बेड का अस्पताल, पुस्तकालय, सामुदायिक रसोईघर व संग्रहालय बनेगा।
मस्जिद अयोध्या के पास लखनऊ-फैजाबाद हाईवे पर धानिपुर गांव में बनेगी।