असम में बाढ़ का असर हुआ कम, लेकिन 6 लाख लोग अभी भी प्रभावित
असम में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ है और ज्यादातर जगहों पर पानी उतर गया है। सबसे अच्छी बात ये रही कि पिछले 24 घंटे में किसी को भी अपनी जान नहीं गंवानी पड़ी और मौजूदा बाढ़ में मरने वालों का आंकड़ा 190 बना हुआ है। इसमें से कई लोगों की मौत भूस्खलन के कारण हुई है। राज्य में लगभग हर साल यही स्थिति होती है।
11 जिलों में 6.28 लाख लोग अभी भी बाढ़ से प्रभावित
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, असम के 11 जिलों में लगभग 6.28 लाख लोग अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं। हालिया समय में प्रभावित लोगों के आंकड़े में कमी आई है, लेकिन 506 गांव अभी भी बाढ़ से जूझ रहे हैं। काछर सबसे अधिक प्रभावित जिला है और यहां अभी लगभग 4.29 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। इसके बाद मोरीगांव का नंबर है जहां बाढ़ के कारण 1.43 लाख से अधिक लोगों को विस्थापित होना पड़ा है।
130 राहत शिविरों में 50,167 लोगों ने ले रखी शरण
प्रभावित लोगों की मदद के लिए 11 जिलों में संबंधित जिला प्रशासनों ने 130 राहत शिविर स्थापित किए हैं। इनमें अभी 50,167 लाख लोगों ने शरण ले रखी है। छह जिलों में 8,912 हेक्टेयर फसल क्षेत्र अभी भी बाढ़ में डूबा हुआ है। पिछले 24 घंटे में गुवाहाटी में भी बाढ़ देखने को मिली। राहत की बात ये है कि राज्य में अब सभी नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं।
बाढ़ से इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान, मवेशी भी डूबे
असम में आई बाढ़ में संपत्ति और इंफ्रास्ट्रक्चर को भी भारी नुकसान हुआ है। बाढ़ के कारण सैकड़ों मकान, कई बांध, सड़कें, पुल और सिंचाई नहरें बह गई हैं और इनका फिर से निर्माण करना पड़ेगा। समाचार एजेंसी PTI की रिपोर्ट के अनुसार, उदलगुड़ी में एक बांध टूटने की खबर है। इसके अलावा इलाके में 47 सड़कें और 74 घर भी टूट गए हैं। बाढ़ से एक लाख से अधिक मवेशी भी प्रभावित हुए हैं।
बाढ़ के उतरने के बाद पानी से उपजने वाली बीमारियों के फैलने का अंदेशा
असम में बाढ़ की स्थिति में तो सुधार हुआ है, लेकिन अब प्रशासन को पानी से उपजने वाली बीमरियों के फैलने का अंदेशा है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, राज्य में इस साल जापानी मस्तिष्ककोप के 74 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से सात लोगों की संक्रमण के कारण मौत हो गई। जापानी मस्तिष्ककोप और ऐसी ही अन्य बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन पूरी तैयारी कर रहा है।