राजस्थान: अशोक गहलोत ने उदयपुर हत्याकांड के आरोपी का बताया भाजपा से संबंध, मांगी सफाई
क्या है खबर?
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को भाजपा पर उदयपुर में टेलर की हत्या के आरोपियों के साथ संबंध होने के आरोप लगाए हैं।
भाजपा से सफाई की मांग करते हुए गहलोत ने कहा कि उदयपुर हत्या में शामिल आरोपियों के भाजपा से संबंध सबको पता है।
गौरतलब है कि टेलर कन्हैयालाल तेली की हत्या के मामले में मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद को गिरफ्तार किया गया है।
आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
पृष्ठभूमि
क्या है टेलर हत्याकांड?
उदयपुर में पिछले महीने मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद नामक दो हमलावरों ने कन्हैयालाल तेली नामक टेलर की गर्दन काटकर हत्या कर दी थी।
हमलावर कपड़े सिलवाने के बहाने उनकी दुकान पर आए और यहीं वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने दिल दहला देने वाली इस घटना का वीडियो बनाया और इसकी जिम्मेदारी लेते हुए भी वीडियो शूट किया।
दोनों पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी करने वाली पूर्व भाजपा नेता नुपुर शर्मा का समर्थन करने के कारण टेलर से नाराज थे।
आरोप
गहलोत के भाजपा पर गंभीर आरोप
राष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए गहलोत ने कहा कि हाल ही में पता चला है कि दोनों आरोपी एक अन्य मुस्लिम व्यक्ति के घर में किराए पर रहते थे। मकान मालिक ने आरोप लगाया कि ये लोग किराया नहीं देते हैं। जब वह पुलिस में इसकी शिकायत करने गया तो जांच शुरू होने से पहले ही भाजपा नेताओं ने इन्हें पार्टी का कार्यकर्ता बताना शुरू कर दिया।
बयान
भाजपा से मांगी सफाई
गहलोत ने कहा कि भाजपा को सामने आकर यह सफाई देनी चाहिए कि पार्टी ने एक आरोपी के खिलाफ पुलिस से शिकायत दर्ज न करने की सिफारिश क्यों की थी?
बता दें कि एक आरोपी मोहम्मद रियाज की भाजपा के वरिष्ठ नेता गुलाबचंद कटारिया के साथ तस्वीर सामने आई थी। इसके बाद कांग्रेस ने ताबड़तोड़ हमले करते हुए रियाज को भाजपा का सक्रिय सदस्य बताया था। कांग्रेस का कहना है कि रियाज भाजपा के कई कार्यक्रमों में शामिल हुआ था।
जानकारी
अब तक सात आरोपी गिरफ्तार
उदयपुर हत्याकांड के मामले में अब तक सात आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। सातवें आरोपी मोहम्मद शेख को कल गिरफ्तार किया गया था। वह मोहम्मद रियाज का करीबी है और टेलर की हत्या की साजिश में उसकी सक्रिय भूमिका थी।
जांच
शुरुआती जांच में सामने आया पाकिस्तानी कनेक्शन
शुरुआती जांच में दोनों हमलावरों के कराची स्थित सुन्नी इस्लामिक संगठन दावत-ए-इस्लामी से लिंक होने की बात सामने आई थी। दावत-ए-इस्लामी पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से संबंधित है।
आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि वे सुन्नी इस्लाम के सूफी-बरेलवी संप्रदाय से जुड़े हैं जिसके दावत-ए-इस्लामी के साथ करीबी संबंध हैं। यह संगठन पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून का समर्थन करता है।
इसी कनेक्शन को देखते हुए NIA को जांच सौंपी गई है।