जमानत पर छूटे रेप के दोषी आसाराम बापू के स्वागत में आतिशबाजी, अनुयायियों ने उतारी आरती
क्या है खबर?
जोधपुर की जेल में पिछले 11 साल से बंद आध्यात्मिक गुरु आसाराम बापू को मंगलवार रात को जमानत मिल गई। वह देर भगत की कोठी स्थित आरोग्यम अस्पताल से निकलकर जोधपुर के पाल गांव स्थित अपने आश्रम पहुंचा।
इस दौरान उसके अनुयायियों में खुशी की लहर दौड़ गई। सभी लोग हाथ में फूल-माला और आरती की थाली लिए अस्पताल के बाहर खड़े थे। उन्होंने 86 वर्षीय आसाराम की आरती उतारी।
उन्होंने अनुयायियों का अभिवादन स्वीकार करते हुए हाथ हिलाया।
जमानत
एकांतवास में गया आसाराम
आश्रम पहुंचे आसाराम की सेवादारों ने भी आऱती उतारी। यहां भी उसके स्वागत में पटाखे छोड़े गए और फूल बरसाए गए। आश्रम पहुंचकर आसाराम एकांतवास में चला गया।
आसाराम को मेडिकल आधार पर 31 मार्च तक अंतरिम जमानत दी गई है। इस दौरान वह देश के किसी भी जगह अपना इलाज कराने के लिए स्वतंत्र हैं। आसाराम को दिल की बीमारी है।
जमानत के दौरान आसाराम किसी अनुयायी से नहीं मिल सकेंगे और न सबूतों और गवाहों से दूर रहेंगे।
ट्विटर पोस्ट
आसाराम बापू जमानत पर बाहर
क़रीब १२ साल बाद जोधपुर जेल से संत आसाराम बापू जी को जेल से जमानत मिल गई।#AsharamjiBapu pic.twitter.com/PpXG3SLYc3
— Richa Shukla (@rn_richa) January 15, 2025
जमानत
सुप्रीम कोर्ट औऱ राजस्थान हाई कोर्ट से मिली है जमानत
आसाराम बापू को 7 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात के सूरत रेप मामले में शर्तों के साथ जमानत दे दी थी, लेकिन जोधपुर में नाबालिग से रेप के मामले में जमानत नहीं मिली थी।
आसाराम ने इसको लेकर राजस्थान हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसने मंगलवार को जमानत मंजूर कर दी। आसाराम 31 मार्च तक इलाज करा सकेंगे।
इस दौरान उनके साथ 3 सुरक्षाकर्मी 24 घंटे रहेंगे, जिसका खर्च आसाराम को उठाना होगा।
कारावास
आजीवन कारावास की सजा काट रहा है आसाराम
जोधपुर के आश्रम में नाबालिग बच्ची से रेप की शिकायत के बाद पुलिस ने 2013 में आसाराम को इंदौर के आश्रम से गिरफ्तार किया था।
5 साल सुनवाई के बाद 25 अप्रैल, 2018 को जोधपुर की POCSO कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
इसके बाद 2013 में गुजरात के सूरत में महिला अनुयायी से रेप के मामले में 2023 में गुजरात की कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।