अरविंद केजरीवाल ED के सामने पेश होने को तैयार, लेकिन रखीं ये 2 शर्तें
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कथित शराब नीति घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के आठवें समन पर पूछताछ में शामिल होने का निर्णय लिया है, लेकिन इसके साथ ही उन्होंने 2 शर्तें भी रखी हैं। इंडिया टुडे के मुताबिक, जांच एजेंसी को लिखे अपने जवाब में केजरीवाल ने बताया कि वह 12 मार्च के बाद पेश होने को तैयार हैं। इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि वे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होंगे।
बजट पेश करने के कारण नहीं होंगे शामिल
ED ने केजरीवाल को पिछले महीने आठवां समन जारी कर 4 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया था, जिस पर केजरीवाल ने अपना जवाब भेजा है। केजरीवाल का कहना है कि 4 मार्च को दिल्ली की विधानसभा में उनकी सरकार बजट पेश करेगी, इस कारण वह 4 मार्च को पूछताछ में शामिल नहीं हो सकेंगे। केजरीवाल अब तक जांच एजेंसी के कुल 8 समन ठुकरा चुके हैं। उन्होंने सभी समन को अवैध बताया है।
ED ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूछताछ की मांग ठुकराई- रिपोर्ट
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, ED ने केजरीवाल के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होने की मांग ठुकरा दी है और उनके व्यक्तिगत तौर पर पेश होने को जरूरी बताया है। उसने कहा कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूछताछ का कोई प्रावधान नहीं है।
केजरीवाल को कब-कब जारी हुए समन?
केजरीवाल को जांच एजेंसी की ओर से पहले 7 समन जारी किए जा चुके हैं। उन्हें 26 फरवरी, 14 फरवरी, 2 फरवरी, 18 जनवरी, 3 जनवरी, 22 दिसंबर और 2 नवंबर को समन जारी किए गए थे। केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) ने सातवें समन के जवाब में कहा था कि मामले पर बार-बार समन भेजने की जगह जांच एजेंसी को कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए। मामले पर 16 मार्च को कोर्ट में सुनवाई होनी है।
शराब नीति से जुड़ा मामला क्या है?
दिल्ली सरकार ने 17 नवंबर, 2021 को नई शराब नीति लागू की थी। इसके तहत शराब के ठेकों को निजी हाथों में सौंपा जाना था और 32 जोन में 849 दुकानें खुलनी थीं। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस नीति में गड़बड़ी की आशंका जताते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच की सिफारिश की। जुलाई, 2022 में सरकार ने इस नीति को रद्द कर दिया था। मामले में मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को गिरफ्तार किया जा चुका है।
केजरीवाल पर क्या आरोप हैं?
फरवरी, 2023 में ED ने कोर्ट में दाखिल अपनी चार्जशीट में कहा था कि केजरीवाल ने मुख्य आरोपियों में से एक समीर महेंद्रू के साथ वीडियो कॉल पर बात की थी। इसमें उन्होंने आरोपी विजय नायर को अपना बंदा बताया था और उस पर भरोसा करने को कहा था। नायर पर घोटाले की साजिश रचने और इसका सूत्रधार होने का आरोप है। नायर ने भी केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की बात कही थी।