जम्मू-कश्मीर: पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने वाले मेडिकल छात्रों पर UAPA के तहत मामला दर्ज
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ICC टी-20 विश्व कप 2021 में गत रविवार को खेले गए मैच में भारत के खिलाफ पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने वाले दो मेडिकल छात्रों के खिलाफ सख्त कदम उठाया है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) और सख्त आतंकवाद विरोधी कानून के तहत दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। हालांकि, पुलिस की इस कार्रवाई का वहां के प्रमुख नेता ने विरोध भी किया है।
पाकिस्तान की जीत के बाद मनाया था जश्न
बता दें कि टी-20 विश्व कप में भारत के खिलाफ पाकिस्तान टीम की जीत के बाद मेडिकल कॉलेज श्रीनगर (GMC) और सौरा स्थिति शेर कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (SKIMS) के गर्ल्स हॉस्टल में जश्न मनाया गया था। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें छात्राओं को पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाते और गर्ल्स हॉस्टल में पाकिस्तान के समर्थक नारे लगाते हुए देखा जा सकता है। इसको लेकर अब पुलिस ने सख्त कदम उठाया है।
यहां देखिए वीडियो
इन थानों में दर्ज की गई है FIR
NDTV के अनुसार, मामले में पहली FIR करण नगर और दूसरी सौरा पुलिस थाने में दर्ज की गई है। पुलिस ने मामले में छात्राओं के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (UAPA) और भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 105A, 505, 13 के तहत FIR दर्ज की है। सूत्रों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में FIR दर्ज करने का सिलसिला अभी भी जारी है और पुलिस मामले से जुड़े कई अन्य आरोपियों की पहचान करने में जुटी है।
संस्थान के अंदर जश्न मनाने के नहीं मिले हैं संकेत- SKIMS
मामले में SKIMS के अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन किया है। समिति इस बात की जांच करेगी कि पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने वाला वीडियो किस तरह से सोशल मीडिया पर आया है। समिति 48 घंटे में सरकार को रिपोर्ट देगी। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि ऐसा कोई संकेत नहीं है जो दर्शाता हो कि उत्सव संस्थान के अंदर हुआ था। फिर भी इसकी जांच कराई जा रही हैं।
छात्रों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए- लोन
जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के नेता सज्जाद लोन ने मामले में छात्रों का बचाव किया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'मैं पुलिस की कार्रवाई से असहमत हूं। अगर आपको लगता है कि वे देशभक्त नहीं हैं, क्योंकि उन्होंने किसी अन्य टीम के लिए उत्साहित किया है। यदि आपको लगता है कि वे देशभक्ति से भटक गए हैं तो आपको उन्हें देशभक्त बनाने का प्रयास करना चाहिए। दंडात्मक कार्रवाई से फायदा नहीं होगा। पहले भी इससे कोई फायदा नहीं हुआ है।'