अमूल: गुजरात छोड़ सभी राज्यों में फिर दो रुपये प्रति लीटर बढ़ीं दूध की कीमतें
क्या है खबर?
अमूल ने शनिवार को गुजरात को छोड़कर बाकी सभी राज्यों में फुल क्रीम दूध और भैंस के दूध की कीमतों में एक बार फिर से दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी का ऐलान किया।
मंहगाई की मार से परेशान देश की जनता को अब एक लीटर फुल क्रीम अमूल दूध के लिए 61 रुपये की जगह 63 रुपये देने होंगे।
ये जानकारी गुजरात सहकारी दूध विपणन संघ (GCIMMF) के प्रबंध निदेशक आरएस सोढ़ी ने दी।
कारण
कंपनी ने दूध की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे बताया यह कारण
GCIMMF ने अमूल के दूध और डेयरी उत्पादों के दामों में बढ़ोतरी करने के लिए उत्पादन की उच्च लागत को कारण बताया है।
उसने कहा, "पिछले साल की तुलना में अभी अकेले पशु आहार की लागत लगभग 20 प्रतिशत बढ़ गई है। इसी तरह उच्च परिवहन शुल्क, पैकेजिंग और लॉजिस्टिक्स के कारण भी उत्पादन लागत में बढ़ोतरी हुई है। हमने पिछले वर्ष की तुलना में किसानों को दी जाने वाली कीमतों में 8-9 प्रतिशत का इजाफा भी किया है।"
जानकारी
अमूल और मदर डेयरी ने अगस्त में बढ़ाए थे दूध के दाम
इससे पहले अमूल और मदर डेयरी ने 16 अगस्त, 2022 को दूध के अपने विभिन्न उत्पादों की कीमतों में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया था। इसके पीछे दोनों कंपनियों ने उच्च लागत को जिम्मेदार ठहराया था।
संभावित कारण
गुजरात में क्यों नहीं बढ़ाई गईं कीमतें?
गुजरात में अमूल उत्पादों के दाम में बढ़ोतरी नहीं होने के पीछे का कारण राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को माना जा रहा है।
गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी, 2023 को खत्म हो रहा है और राज्य में इससे पहले सरकार का गठन जरूरी है।
राज्य में दशकों से भाजपा की सरकार है और कांग्रेस मुख्य विपक्षी पार्टी रही है। यहां भी आम आदमी पार्टी (AAP) की एंट्री ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।
कार्यक्रम
गुजरात में दो चरणों में हो सकते हैं चुनाव
TOI के मुताबिक, गुजरात में दो चरणों में चुनाव होने की संभावना है और 4 दिसंबर तक चुनाव संपन्न हो जाएंगे। 8 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश के साथ ही गुजरात चुनाव के नतीजे घोषित हो सकते हैं।
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को ही हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया था।
राज्य के 12 जिलों की सभी 68 सीटों पर एक ही चरण में 12 नवंबर को वोटिंग होगी और 8 दिसंबर को नतीजे जारी किए जाएंगे।
कारण
एक साथ क्यों घोषित नहीं हुई तारीखें?
गुजरात विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा हिमाचल प्रदेश के साथ ही होनी थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, "कई राज्यों में एक साथ चुनाव की तारीखों की घोषणा करने से कुछ राज्यों के परिणामों के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ता है। परंपरागत तौर पर मतदान की तारीखों में अंतर और मौसम सहित विभिन्न कारकों पर विचार के बाद यह फैसला लिया गया है।"