अमृत भारत एक्सप्रेस में लगी पुश-पुल तकनीक क्या है और इससे क्या फायदा होगा?
क्या है खबर?
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही नव-निर्मित अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे, जिसमें 'पुश-पुल' तकनीक का इस्तेमाल किया गया है।
पहली अमृत भारत ट्रेन बिहार के दरभंगा से दिल्ली तक और दूसरी ट्रेन पश्चिम बंगाल के मालदा से बेंगलुरु तक का सफर तय करेगी।
इस ट्रेन की 'पुश-पुल' तकनीक इन दिनों चर्चा में है। आइए जानते हैं कि यह तकनीक क्या है और इससे क्या लाभ होगा।
तकनीक
क्या है पुश और पुल तकनीक?
यहां पुश और पुल तकनीक का अर्थ ट्रेन के 2 इंजनों से हैं। एक इंजन आगे तो दूसरा ट्रेन के आखिर में होगा।
एक ट्रेन को धक्का देगा तो दूसरा खींचने का काम करेगा, जिससे ट्रेन का बेहतर एक्सलरेशन होगा, जो स्पीड बढ़ाने में मदद करेगा।
आगे के इंजन से लोको पायलट और सहायक लोको पायलट कमांड करते हैं।
इस ट्रेन में डिब्बों के बीच सेमी-परमानेंट कपलर दिए गए हैं, जिससे झटके कम लगेंगे और गाड़ी स्थिर रहेगी।
लाभ
पुश-पुल तकनीक के लाभ क्या हैं?
रेल मंत्री के अनुसार, इस तकनीक से ट्रेन की गति आसानी से कम और तेज होगी जिससे पुलों, मोड़ों और अन्य स्थानों पर समय की बचत होगी, जहां ट्रेन की गति धीमी होती है।
इस तकनीक के कारण अमृत भारत की गति राजधानी एक्सप्रेस से अधिक होगी।
इससे ट्रेन की वापसी यात्रा के लिए लोको को दूसरे छोर तक शंटिंग करने की प्रक्रिया भी अब आवश्यक नहीं है। इसके परिणामस्वरूप मौजूदा स्टेशन क्षमता के उपयोग में भी सुधार होगा।
जानकारी
सेमी-परमानेंट कपलर ने ली पुरानी तकनीक की जगह
नया कपलर 1990 के दशक में इस्तेमाल की गई पुरानी तकनीक की जगह लेगा, जिससे अकसर यात्रियों को झटके के कारण असुविधा होती थी। वैष्णव ने बताया कि अमृत भारत ट्रेनों को सुरक्षा और दक्षता पर विशेष ध्यान देने के साथ डिजाइन किया गया है।
इस्तेमाल
किन ट्रेनों में हो रहा इस तकनीक का इस्तेमाल?
रेल मंत्री ने बताया कि वंदे भारत ट्रेन की तर्ज पर डिजाइन की गई अमृत भारत देश की पहली पुल-पुश ट्रेन है जिसमें 2 इंजन लगे हैं, लेकिन वंदे भारत के विपरीत अमृत भारत स्व-चालित नहीं होगी।
बता दें कि इस तकनीक का इस्तेमाल अमेरिका और यूरोप के कई देशों की ट्रेनों में किया जाता है। चेक गणराज्य में वियाजियो कम्फर्ट नाम की ट्रेन भी इसी तकनीक से चलती है।
अब भारत में यह तकनीक देखने को मिलेगी।
गति
इस तकनीक से अमृत भारत एक्सप्रेस की गति होगी तेज
पुश और पुल तकनीक के कारण 22 कोचों वाली अमृत भारत एक्सप्रेस की गति काफी तेज होगी। इस ट्रेन की गति अधिकतम 130 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी। इससे अयोध्या से लखनऊ की दूरी महज डेढ़ घंटे में तय हो सकेगी।
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि इस ट्रेन में फुली कवर वेस्टिब्यूल लगाए गए हैं जिससे गाड़ी पूरी तरह से स्थिर और सुरक्षित रहेगी।
देश की पहली अमृत भारत ट्रेन को 30 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरी झंडी दिखाएंगे।
खास बातें
अमृत भारत एक्सप्रेस में और क्या सुविधाएं हैं?
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि वंदे भारत और अमृत भारत एक्सप्रेस की तकनीक पूरी तरह मेक इन इंडिया है।
अमृत भारत एक्सप्रेस ट्रेन नॉन एयर कंडीशनर हैं। सुविधाओं की बात करें तो इन ट्रेनों में CCTV कैमरा, आधुनिक शौचालय, सेंसर वाले पानी का नल और घोषणा करने के लिए एक खास सिस्टम भी लगाया गया है।
इसके अलावा इसमें एक खास रैंप डिजाइन हुई है, जिसकी मदद से व्हीलचेयर आदि आसानी से कोच में जा सकेगी।