अमेरिका ने 104 भारतीयों को वापस भेजने पर खर्च किए 8.74 करोड़ रुपये
क्या है खबर?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने अवैध प्रवासियों को वापस भेजने के लिए सैन्य विमानों का उपयोग शुरू कर दिया है। हालांकि, यह निर्णय काफी महंगा साबित हो रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका से हाल ही में भारत भेजे गए 104 भारतीयों के विमान सहित अन्य कार्यों पर कुल 10 लाख डॉलर ( लगभग 8.74 करोड़ रुपये) खर्च किए हैं।
इससे साफ है कि सैन्य उड़ानों की लागत अन्य विमानों की तुलना में 3 गुना अधिक होती है।
बयान
अमेरिका ने क्या जारी किया बयान?
अमेरिकी सरकार के बयान के अनुसार, बुधवार को अमेरिकी वायुसेना के एक मालवाहक विमान से अमेरिका में अवैध रूप से घुसे 104 भारतीय नागरिकों को वापस अमृतसर भेजा गया।
माना जा रहा है कि यह उड़ान लोगों को भारत वापस भेजने के लिए सैन्य विमान का पहला प्रयोग है।
AFP द्वारा ली गई तस्वीरों से पता चलता है कि प्रयुक्त विमान C-17A ग्लोबमास्टर III है, जो वाहनों और रसद सामग्री ले जाने वाला बड़ा सैन्य विमान है।
लागत
कितनी है सैन्य विमान की हर घंटे की लागत?
ICE द्वारा 2021 में जारी रिपोर्ट के अनुसार, एक चार्टर विमान की लागत औसतन हर घंटे 8,577 डॉलर (7.40 लाख रुपये) है। हालांकि, उच्च जोखिम वाले प्रवासियों को ले जाने वाली उड़ानों की लागत अधिक हो सकती है।
अमेरिकी एयर मोबिलिटी कमांड द्वारा प्रकाशित दस्तावेजों के अनुसार, परिवहन कार्यों में C-17 विमान के उपयोग के लिए हर घंटे 28,562 डॉलर (24.56 लाख रुपये) का खर्च आता है। ऐसे में यह काफी महंगा होता है।