एयर इंडिया एक्सप्रेस के पायलट की यात्री से मारपीट के मामले में सफाई, जानिए क्या कहा
क्या है खबर?
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल-1 पर कतार तोड़ने के मामले में यात्री के साथ मारपीट करने के आरोपी एयर इंडिया एक्सप्रेस के पायलट वीरेंद्र सेजवाल ने पूरे मामले पर सफाई दी है। उन्होंने कहा कि वह एक आम यात्री की तरह ही यात्रा कर रहे थे और उस दौरान ड्यूटी पर नहीं थे। यात्री द्वारा लगाए गए आरोप तथ्यों के एकतरफा, अपूर्ण और गलत प्रस्तुतीकरण पर आधारित हैं। मामले की पूरी सच्चाई इससे अलग है।
सफाई
पायलट सेजवाल ने सफाई में क्या कहा?
एक कानूनी फर्म द्वारा सेजवाल की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'इस मामले पर आई रिपोर्टों में एक निजी घटना को पायलट और यात्री के बीच विवाद के रूप में गलत तरीके से पेश किया गया है। उस समय सेजवाल एक यात्री के रूप में यात्रा कर रहे थे। यह दो यात्रियों के बीच का निजी मामला था। सोशल मीडिया पर मचा आक्रोश पूरी तरह से सभी तथ्यों के एकतरफा, अपूर्ण और गलत प्रस्तुतीकरण पर आधारित है।'
टिप्पणी
यात्री ने पायलट पर जातिगत टिप्पणियां करने के साथ दी थी धमकियां
बयान में कहा गया है, 'यात्री अंकित दीवान ने तथ्यों को चुन-चुनकर पेश किया है ताकि एक झूठी कहानी गढ़ी जा सके। उन्होंने इसे गलत तरीके से पेशेवर विवाद के रूप में पेश किया है। हकीकत में दीवान ने सेजवाल के खिलाफ जातिवादी टिप्पणियां की थी और उनके परिवार की महिला सदस्यों को अकल्पनीय धमकियां दी थी।' बयान के अनुसार, यात्री दीवान ने बिना किसी उकसावे के पायलट सेजवाल को अभद्र गालियां देते हुए टकराव शुरू किया था।
सबूत
दीवान ने CISF कर्मचारियों के सामने भी की अभद्रता
बयान के अनुसार, दीवान ने मना करने के बाद भी अपशब्द, अपमानजनक और धमकी भरी भाषा का प्रयोग जारी रखा। इससे हालात हाथापाई में बदल गए, जिसमें सेजवाल भी घायल हुए हैं, उन्हें भी चोटें आई थी। बयान के अुनसार, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) कर्मियों ने तुरंत हस्तक्षेप कर दीवान को बार-बार शांत होने और गाली-गलौज बंद करने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने एक नहीं मानी और दुर्व्यवहार जारी रखा। बाद में CISF ने सख्ती दिखाई।
दबाव
दीवान पर समझौते के लिए किसी ने नहीं बनाया दबाव
सेजवाल के बयान के अनुसार, यह घटना CISF अधिकारियों की उपस्थिति में सुलझाई गई। दोनों पक्षों ने स्वेच्छा से कानूनी कार्रवाई न करने के बयान पर हस्ताक्षर किए थे। दीवान पर इसके लिए किसी ने भी दबाव नहीं बनाया था। बयान के अनुसार, इस व्यक्तिगत घटना का एयर इंडिया एक्सप्रेस से कोई संबंध नहीं है। कंपनी का नाम इसमें शामिल करना पूरी तरह गलत है और व्यक्तिगत मामले पर सोशल मीडिया का ध्यान आकर्षित करने की साजिश है।
प्रकरण
क्या है पूरा मामला?
दीवान ने शनिवार को एक्स पर लिखा था, 'मुझे और मेरे परिवार को सुरक्षा जांच के लिए कर्मचारियों के उपयोग वाली कतार में लगने को कहा गया था क्योंकि मैं एक शिशु को स्ट्रोलर में लेकर यात्रा कर रहा था। स्टाफ मेरे आगे लाइन तोड़कर आगे बढ़ रहा था। विरोध करने पर पायलट वीरेंद्र ने बदतमीजी की और मुझ पर शारीरिक हमला कर दिया। इससे मैं लहूलुहान हो गया। मेरी कमीज पर दिख रहा खून मेरा ही है।'