
एयर इंडिया हादसे में पायलट की गलती बताने पर सुप्रीम कोर्ट नाराज, रिपोर्ट को गैर-जिम्मेदाराना बताया
क्या है खबर?
अहमदाबाद में एयर इंडिया AI-171 हादसे के बाद आई प्रारंभिक रिपोर्ट में पायलट की गलती बताए जाने से सुप्रीम कोर्ट काफी नाराज है। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और एनके सिंह ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए ऐसे दावों को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और गैर-जिम्मेदाराना बताया, जिसमें कहा गया था कि हादसे में पायलटों ने जानबूझकर ईंधन आपूर्ति बंद कर दी थी। कोर्ट ने हादसे की स्वतंत्र जांच की मांग वाली याचिका पर केंद्र और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) से जवाब मांगा है।
सुनवाई
याचिका में क्या है?
विमानन सुरक्षा से जुड़े गैर सरकारी संगठन कांस्टीट्यूशन बाय सेफ्टी मैटर्स फाउंडेशन ने एक जनहित याचिका दायर की है। इसमें आरोप लगाया है कि प्रारंभिक रिपोर्ट में महत्वपूर्ण जानकारी को छिपाया गया, जो नागरिकों के जीवन और समानता के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता है। याचिका में ईंधन स्विच दोष और विद्युतीय खराबी जैसी प्रणालीगत विसंगतियों को कम करके आंकने और दुर्घटना के लिए पायलट की गलती को जिम्मेदार ठहराने की रिपोर्ट की भी आलोचना की गई है।
सुनवाई
कोर्ट ने क्या कहा?
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने अंतिम जांच पूरी होने तक अफवाहों-अटकलों से बचने की जरूरत पर जोर दिया। न्यायमूर्ति कांत ने कहा कि जब ऐसी त्रासदी होती है, तो एयरलाइन को दोषी ठहराया जाता है। बोइंग और एयरबस को दोषी नहीं ठहराया जाता, जिससे एयरलाइन बर्बाद हो जाती है। याचिकाकर्ता के वकील प्रशांत भूषण ने पायलटों को दोषी ठहराने वाली रिपोर्टों पर सवाल उठाया। तब कोर्ट ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण था। आत्महत्या की बेतुकी कहानी। ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स गैर-जिम्मेदाराना हैं।"
रिपोर्ट
कोर्ट ने जांच करने वाली एजेंसी से भी जवाब मांगा
कोर्ट ने विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो से भी जवाब मांगा है, जिसने जुलाई में हादसे के कारणों पर एक प्रारंभिक रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट में कैप्टन सुमीत सभरवाल और फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर के बीच हुई बातचीत का जिक्र था। रिपोर्ट में कहा गया कि कॉकपिट ऑडियो से पुष्टि होती है कि एक पायलट ने पूछा, "आपने इंजन क्यों बंद किया? दूसरे ने जवाब दिया, "मैंने नहीं किया।" इससे अनुमान लगाया गया कि हादसे के पीछे पायलट की गलती थी।
हादसा
हादसे में गई थी 275 लोगों की जान
12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रहा बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 एयर इंडिया का विमान AI-171 बीजे मेडिकल कॉलेज से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत 230 यात्री, 2 पायलट और 10 चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई थी। केवल एक यात्री बचा था। विमान के अलावा मेडिकल कॉलेज के छात्रावास और आसपास भी 30 लोगों की जान गई थी। हादसे की जांच चल रही है।