
अहमदाबाद हादसा: डॉक्टर दंपत्ति की बच्चों समेत मौत, भविक की 2 दिन पहले हुई थी शादी
क्या है खबर?
12 जून को गुजरात के अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में 275 लोगों की मौत हुई है। इनमें विमान में सवार 241 लोग भी शामिल हैं। मृतकों में चालक दल के सभी 10 सदस्य और 2 पायलट भी मारे गए हैं।
विमान उड़ा रहे पायलट पुष्पराज सबरवाल कुछ महीनों बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे तो चालक दल की सदस्य लैमनुंथेम सिंगसोन घर की इकलौती कमाने वाली थीं।
मारे गए यात्रियों की भी मार्मिक कहानियां सामने आई हैं।
वडोदरा
10 जून को हुई थी वडोदरा के भविक की शादी
वडोदरा के भविक माहेश्वरी 2 हफ्ते पहले ही लंदन से भारत आए थे। 10 जून को उनकी कोर्ट मैरिज हुई थी।
दैनिक भास्कर के मुताबिक, भविक को कम दिनों की छुट्टी मिली थी, इसलिए परिजनों ने सोचा था कि शादी के बाकी कार्यक्रम अगली बार आने पर करेंगे।
उनके पिता ने कहा, "नई नवेली दुल्हन उसे छोड़ने एयरपोर्ट तक गई थी। बहू लौटकर घर भी नहीं पहुंची थी कि विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर आ गई।"
पायलट
सेवानिवृत्ति के बाद पिता के साथ रहना चाहते थे पायलट सबरवाल
60 साल के कैप्टन सुमित सबरवाल मुंबई के पवई में रहते थे। उन्हें 8,000 से ज्यादा घंटे विमान उड़ाने का अनुभव था।
उनके एक पड़ोसी ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "सुमित लंबे करियर के बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे। उन्होंने सेवानिवृत्ति के बाद अपने पिता के साथ रहने की योजना बनाई थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सुमित 1994 से बतौर पायलट काम कर रहे थे। खुद पायलट होने के अलावा उन्होंने कई युवा पायलटों को ट्रेनिंग भी दी है।"
मणिपुर
मणिपुर हिंसा का पीड़ित है सिंगसोन का परिवार
हादसे में जान गंवाने वाली चालक दल की सदस्य लैमनुंथेम सिंगसोन मणिपुर की रहने वाली थीं। वे घर में इकलौती कमाने वाली थीं।
मणिपुर हिंसा की वजह से उनके परिवार को घर छोड़ना पड़ा था।
उनके चचेरे भाई लुन किपजेन ने कहा, "सिंगसोन का बड़ा भाई बेरोजगार और गंभीर बीमारी से पीड़ित है। 2 भाई पढ़ रहे हैं। हादसे के बाद से मां सदमे में है। खाना-पीना तक छोड़ दिया है।"
रोशनी संघारे
बचपन से एयर होस्टेस बनना चाहती थीं रोशनी संघारे
हादसे में 27 वर्षीय एयर होस्टेस रोशनी संघारे की भी मृत्यु हो गई है।
उनके चाचा दत्ता संघारे ने BBC से कहा, "बचपन से ही रोशनी का सपना एयर होस्टेस बनने का था। 5 साल पहले रोशनी ने अपना सपना पूरा किया और एक घरेलू एयरलाइन में एयर होस्टेस के तौर पर काम करना शुरू किया। करीब 2 साल पहले एयर इंडिया में शामिल हुई थीं।"
रोशनी के इंस्टाग्राम पर 57,000 फॉलोअर्स हैं। जल्द ही उनकी शादी होने वाली थी।
डॉक्टर
डॉक्टर दंपत्ति की 3 बच्चों समेत मौत
बांसवाड़ा के रहने वाले डॉक्टर कोमी व्यास और डॉक्टर प्रतीक जोशी अपने 3 बच्चों के साथ लंदन जा रहे थे।
डॉक्टर कोमी ने हाल ही में उदयपुर के एक अस्पताल से नौकरी छोड़ी थीं और वे अपने पति के साथ रहने के लिए लंदन जा रही थीं। डॉक्टर प्रतीक पहले से ही लंदन में सेटल थे।
वे अपने पूरी परिवार को साथ ले जाने के लिए भारत आए थे, लेकिन हादसे में सभी की मौत हो गई।