
अहमदाबाद विमान हादसा: विजय रुपाणी ने बुक की थी निकास द्वार की सीट, बाद में बदली
क्या है खबर?
गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया हादसे के बाद 2 चीज अधिक चर्चा में हैं, जिसमें एक गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी की मौत और दूसरा, सीट नंबर 11A का चमत्कार। यह कम ही लोगों को पता होगा कि हादसे के दिन भाजपा नेता रुपाणी ने भी 11 सीरीज वाली ही सीट बुक की थी, जो ठीक निकास द्वार के पास थी, लेकिन प्रोटोकॉल के तहत उनकी सीट को बदल दिया गया था।
खुलासा
रुपाणी की सीट बुक करने वाली एजेंसी का खुलासा
फ्री प्रेस जनरल में छपी एक रिपोर्ट में रुपाणी के लिए उड़ान टिकट बुक करने वाली राजकोट की ट्रैवल एजेंसी आरवी हॉलिडे के मालिक धवल मुंगरा ने इसकी जानकारी दी है। मुंगरा ने रुपाणी की यात्रा की आदतों का जिक्र करते हुए बताया, "विजयभाई आमतौर पर इकोनॉमी क्लास पसंद करते थे और हमेशा ज्यादा लेगरूम वाली सीटें मांगते थे।" रुपाणी के लिए 11G सीट बुक की गई थी, जो निकास द्वार के पास थी।
संभावना
तो क्या बच सकती थी रुपाणी की जान?
मुंगरा ने बताया, "12 जून की उड़ान के लिए भी रुपाणी ने शुरुआत में निकास द्वार के पास 11 सीरीज की सीट बुक की थी, लेकिन जब एयरलाइन के अधिकारियों ने उनका नाम देखा, तो प्रोटोकॉल के तहत उन्हें बिजनेस क्लास में विशेष तौर पर 2D सीट पर शिफ्ट कर दिया।" AI-171 की सीट सीटिंग चार्ज से पता चलता है कि जो सीट एयरलाइन ने रुपाणी को दी थी, वह निकास द्वार से दूरी पर थी।
ट्विटर पोस्ट
विजय रुपाणी की उड़ान की टिकट और सीट सेटिंग
Vijay Rupani's name in the list of passengers on the plane💔 pic.twitter.com/q0s8LQgc58
— OM Hindi (@OM_Hindi) June 12, 2025
मांग
बढ़ गई है 11A सीट की मांग
AI-171 हादसे में विमान में बैठे 242 में सिर्फ 11A सीट पर बैठे एकमात्र यात्री विश्वास कुमार रमेश की जान बची थी, यह सीट निकास द्वार के पास थी, जो विमान के दुर्घटनाग्रस्त होते ही खुल गया और रमेश नीचे गिर गए थे। मुंगरा बताते हैं कि अब निकास द्वार सीट की मांग काफी बढ़ गई है। पहले लोग निकास द्वार की सीट को आरामदायक न होने से मना करते थे, लेकिन अब इसे बुक कराने में अड़े रहते हैं।
हादसा
हादसे में गई थी 275 की जान
12 जून को अहमदाबाद-लंदन बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 एयर इंडिया AI-171 बीजे मेडिकल कॉलेज की दीवार से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में रुपाणी समेत 241 यात्री, 2 पायलट और 10 चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई, जबकि सीट नंबर 11A में बैठा एकमात्र यात्री बच गया। जमीन पर 30 लोगों की जान गई। हादसे की उच्चस्तरीय जांच चल रही है। DNA के बाद 250 से अधिक शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।